जमीन नहीं धर्म-संस्कृति संस्कार के लिए लड़ना होगा

डिजिटल डेस्क, नागपुर | वर्तमान समय में युद्ध जमीन के लिए नहीं, बल्कि धर्म-संस्कृति, सभ्यता, संस्कार को बचाने के लिए लड़ना होगा। हम सब उसके सिपाही हैं। इस आशय के उद्गार कैट के अध्यक्ष बी. सी. भरतीया ने व्यक्त किए। भरतीया ने समाज बंधुओं ने आग्रह किया कि शादी के खर्चों पर नियंत्रण किया जाए। भारतीय संस्कृति को बढ़ावा देना होगा। समाज में शादियां देर से हो रही हैं। प्रत्याशियों की बढ़ती उम्र पर चिंता जताते हुए उन्होंने संदेश दिया कि शादी के बाद बच्चों के लिए ज्यादा देर न हो। श्री अग्रसेन मंडल नागपुर द्वारा आयोजित दो दिवसीय विश्वव्यापी अग्रवाल वैवाहिक परिचय सम्मेलन का शुभारंभ शनिवार को किया गया। रविनगर स्थित श्री अग्रसेन भवन में आयोजित परिचय समारोह में लगभग 125 प्रत्याशियों ने अपना परिचय कराया। करीब तीन वर्ष के बाद परिचय समारोह का आयोजन हुआ। सर्वप्रथम अग्रकुल शिरोमणि महाराज श्री अग्रसेन महाराज की विधिवत पूजा-अर्चना करवाई। मंच पर श्री अग्रसेन मंडल के अध्यक्ष शिवकिशन अग्रवाल, मंत्री रामानंद अग्रवाल, कोषाध्यक्ष अनंतकुमार अग्रवाल, संयोजक वेणुगोपाल अग्रवाल, दीपक अग्रवाल, शकंुतला अग्रवाल, छात्रावास मंत्री लक्ष्मीकांत अग्रवाल, उपमंत्री आनंद प्रकाश मेहाडिया, रविनगर मंत्री प्रमोद अग्रवाल, अभय अग्रवाल, कोषाध्यक्ष व सम्मेलन प्रमुख अनंत कुमार अग्रवाल, उपाध्यक्ष संदीप अग्रवाल (बीजे), अनिल अग्रवाल (के.सी), डॉ. अमित अग्रवाल, डॉ. मेहाना अग्रवाल, सी. अमर िवजय अग्रवाल, रवि गोयल (कामठी) उपस्थित थे। अतिथियों द्वारा इस दौरान परिचय पुस्तिका का विमोचन किया गया। मंच संचालन अशोक अग्रवाल ने किया। शाम 5 बजे के बाद परिचय का विशेष सत्र लिया गया। इसमें दिव्यांग, विधवा, विधुर एवं तलाकशुदा प्रत्याशियों का परिचय हुआ।
संयुक्त परिवार से हैं फायदे
सम्मेलन प्रमुख एवं श्री अग्रसेन मंडल के कोषाध्यक्ष अनंतकुमार अग्रवाल ने स्वागत संबोधन दिया। अध्यक्ष शिवकिशन अग्रवाल ने अध्यक्षीय भाषण दिया। कामठी के रवि गोयल ने संयुक्त परिवार से होने वाले फायदे गिनाए। डॉ. अमित अग्रवाल ने कहा कि समर्पण की भावना से समाज मंे कार्य करना जरूरी है। मंच सही मिलने पर व्यक्ति की सफलता आसान हो जाती है। वर्तमान में हर किसी की सहनशीलता कम हाे गई है। बहुएं सास-ससुर में अपने माता-पिता और सास-ससुर बहुआें में अपनी बेटी समझकर व्यवहार करें, तो अधिकांश पारिवारिक समस्याएं स्वत: ही हल हो जाएंगी। कामठी के प्रतिष्ठित व्यवसायी रवि गोयल ने कहा िक संबंध तय करते समय बजट शब्द को भुलाकर व्यवहार आधारित रिश्तों के बजाय संस्कार आधारित प्रत्याशी का चयन कर वैवाहिक रिश्ता बनाना चाहिए।
लगाए गए स्टॉल
कार्यक्रम का संचालन अशोक अग्रवाल (बैंक वाले), उमेश अग्रवाल, सीए विजय अग्रवाल, गोपीकृष्ण टिबडा, सुमेधा चौधरी, प्रितम अग्रवाल, प्रीति संधी ने किया। कार्यालय समिति अरुण झुनझुनवाला, संतोष अग्रवाल (आकोट), डॉ. मनीष अग्रवाल, रेखा अग्रवाल, शरद अग्रवाल, सुनील अग्रवाल, स्मरणिका समिति जयश्री अग्रवाल, निर्मला गोयनका, पूनम अग्रवाल, रजनी अग्रवाल, योगेंद्र अग्रवाल पंजीयन समिति, कविता अग्रवाल, रेखा अग्रवाल, आशा चौधरी, पूनम अग्रवाल, यमुना अग्रवाल, राज हेमंत जैन, संध्या अग्रवाल, मीना सरेका, रमा झुनझुनवाला, कल्पना अग्रवाल, कीर्ति अग्रवाल, निशा अग्रवाल, संध्या खेतान आदि ने व्यवस्था संभाली। कार्यक्रम स्थल पर पंजीयन के 6 स्टॉल, कुंडली मिलान, जेरॉक्स के दो स्टॉल, पूछताछ स्टॉल, नाश्ता-भोजन की व्यवस्था आयोजकों ने की थी।
Created On :   17 July 2022 6:26 PM IST