एफडी घोटाले में दोषी नपेंगे - भेजा जा रहा है नोटिस, 69 लाख रुपए ब्याज का हुआ नुकसान

डिजिटल डेस्क, नागपुर। एफडीए घोटाले की विभागीय जांच में 10 कर्मचारी दोषी पाए गए। 10 ठेकेदारों को भी दोषी ठहराया गया है। ब्याज के रूप में मिलने वाले 69 लाख रुपए जिला परिषद का नुकसान होने की मुहर लगाई गई है। दोषी पाए गए कर्मचारी और ठेकेदारों को नोटिस भेजने की प्रक्रिया शुरू होने की सूत्रों ने जानकारी दी। उन्हें जवाब के लिए 15 दिन की मोहलत दी गई। उसके बाद अंतिम कार्रवाई निश्चित की जाएगी।
3 विभागों में उजागर हुआ घोटाला : जिला परिषद के लोकनिर्माण, ग्रामीण जलापूर्ति और लघु सिंचाई विभाग में एफडी घोटाला उजागर हुआ। सिक्योरिटी डिपॉजिट की एफडी विभाग के कर्मचारियों के साथ साठगांठ कर विड्रॉल कर ली गई। नियम के अनुसार काम पूरा होने के बाद दायित्व कालावधि पूरा नहीं हो जाता, तब तक सिक्योरिटी डिपॉजिट की एफडी विड्रॉल नहीं की जा सकती। घोटाला उजागर होने पर विभागीय जांच की गई। नियम को ताक पर रखकर एफडी विड्रॉल कर जिला परिषद को 69 लाख रुपए के ब्याज का चूना लगाया गया। यह रकम दोषी कर्मचारियों से वसूल की जाएगी। एक कर्मचारी सेवानिवृत्त हो चुका है। उससे भी वसूली होगी। दोषी कर्मचारियों में एक के खिलाफ सख्ती से सेवानिवृत्ति कार्रवाई करने की गुप्त जानकारी मिली है। अन्य कर्मचारियों पर वेतन वृद्धि पर रोक लगाने व पदावनत करने की कार्रवाई प्रस्तावित करने की जानकारी हाथ लगी है
ब्लैकलिस्ट होंगे ठेकेदार : एफडी घोटाले में दोषी पाए गए ठेकेदारों से जिला परिषद को हुए नुकसान की भरपाई करने के आदेश जारी किए गए। ठेकेदारों ने विरोध करने पर उनके िखलाफ फौजदारी मामले दर्ज किए गए। उनमें से कुछ ठेकेदारों को ब्लैकलिस्ट करने की प्रशासन ने प्रक्रिया शुरू कर दी है।
Created On :   14 Feb 2023 7:43 PM IST