बगैर मुखिया नागपुर सीबीआई, कभी हैदराबाद तो कभी भोपाल से कंट्रोल

Without Head, Nagpur CBI controls by Hyderabad or Bhopal office
बगैर मुखिया नागपुर सीबीआई, कभी हैदराबाद तो कभी भोपाल से कंट्रोल
बगैर मुखिया नागपुर सीबीआई, कभी हैदराबाद तो कभी भोपाल से कंट्रोल

डिजिटल डेस्क, नागपुर। सीबीआई नागपुर का काम पिछले दो महीने से बगैर मुखिया के चल रहा है। मुखिया नहीं होने का सीधा असर सीबीआई के कामकाज पर हो रहा है। नौ महीने से पैरवी अधिकारी नहीं है। गवाहों को पुराने मामलों की कानूनसंगत जानकारी देने में भी परेशानी हो रही है। सीबीआई नागपुर का कार्यक्षेत्र विदर्भ व आधा मराठवाड़ा है। सीबीआई की तरफ से कोर्ट में पेश किए गए भ्रष्टाचार व घूसखोरी से संबंधित  सैकड़ों मामले कोर्ट में विचाराधीन हैं। सीबीआई नागपुर में गत वर्ष कई महीनों तक फुलटाइम मुखिया नहीं था। अक्टूबर-2018  में मनोज कुमार सिन्हा के रूप में मुखिया मिला, लेकिन दो महीने बाद ही उनकी यहां से छुट्टी हो गई। अब तीन महीने से यहां मुखिया नहीं है। यहां का चार्ज कभी हैदराबाद तो कभी भोपाल सीबीआई कार्यालय के मुखिया के पास होता है। मुखिया नहीं होने से पुराने मामलों की समीक्षा सही तरीके से नहीं हो पा रही है। केंद्रीय विभागों के घूसखोर व भ्रष्ट अधिकारियों काे दबोचने में भी परेशानी हो रही है। 

तीन महीने में एक घूसखोर अफसर को दबोचा 

पहले सीबीआई के नाम से केंद्रीय विभागों के भ्रष्ट अफसरों में गजब का खौफ था। सीबीआई नागपुर ने पिछले तीन महीने में नागपुर में केवल ईपीएफआे के एक अफसर को घूस लेने के आरोप में दबोचा। कई वर्षों से कोर्ट मे चल रहे मामलों में नागपुर में सीबीआई के पक्ष में कोई बड़ा फैसला आने की भी जानकारी नहीं है। वर्षों पुराने मामलों में गवाह को मामले से संबंधित जानकारी देने के अलावा कोर्ट में किस तरह तैयारी करके जवाब दिया जाए, इसकी जानकारी देनेवाला भी कोई नहीं है। सबूत व गवाह के आधार पर ही कोर्ट में मामले टिक पाते हैं। 

9 महीने से इंटरव्यू के लिए बुलावा नहीं आया

नागपुर में पैरवी अधिकारियों की 4 पोस्ट हैं। इस पद पर पूर्व पुलिस अधिकारियोें की नियुक्ति की जाती है। पहले 3 साल के लिए नियुक्ति होती थी आैर अब एक-एक साल के लिए नियुक्ति का प्राावधान है। अगस्त-2018 से यहां एक भी पैरवी अधिकारी नहीं है। इस पद के लिए जून-2018 में ऑनलाइन आवेदन मंगवाए गए थे। 9 महीने से इंटरव्यू के लिए बुलावा नहीं आया है। 

सीबीआई जैसी मजबूत संस्था का यह हाल  

सीबीआई जैसी मजबूत संस्था में मुखिया नहीं होना, पैरवी अधिकारी नहीं होना समझ से परे है। सीबीआई में शीर्ष स्तर पर हुए विवाद का असर नागपुर तक होने की खबर है। सीबीआई नागपुर का चार्ज भोपाल में बैठे अधिकारी के पास है। यहां अतिरिक्त अधीक्षक श्री मिश्रा की निगरानी में काम हो रहा है। सीबीआई के कामकाज, प्रशासनिक कार्य  या घूसखोरों पर की जानेवाली कार्रवाई के संबंध सीबीआई नागपुर का कोई भी अधिकारी बोलने काे तैयार नहीं है।

Created On :   31 March 2019 1:09 PM GMT

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