बारदाना निर्माण से महिलाओँ को मिला रोजगार, बचत समूह ने की पहल

डिजिटल डेस्क, भंडारा. हालात कितने भी कठिन हो उससे उभरना महिलाएं खूब जानती है। यह बात साकोली तहसील के शिवनीबांध ग्राम के रमाई बचत समूह की महिलाओं ने साबित कर दी। अब महिलाओं को बारदाना निमिति से प्रतिमाह 30 से 40 हजार रुपए आर्थिक आय मिल रही है। साकोली तहसील के तहत आनेवाले ग्राम शिवणीबांध में रमाई बचत समूह की प्रमिला चांदेवार ने कहा कि ग्रामीण इलाकों से किराणा दुकानदार व सीमेंट कंपनी की ओर से बारदाना निर्माण के लिए माविम को बोरियां दी गई। वर्ष 1997 से बचत समूह कार्यरत है। पांच एकड़ में धान की खेती समेत अन्य कार्य कर रही हैं। बचत समूह के माध्यम से मिलनेवाले कर्ज से खेत व घर में बोरवेल की खुदाई की गयी है। वे अपने बच्चों की शिक्षा पूर्ण कर रही है। महिला विकास महामंडल ने बचत समूह द्वारा अनेक महिलाओं को आर्थिक रूप से साक्षर बनाया है। अनेक महिलाएं उन्नतिशील होकर उन्होंने पारंपारिक उद्योग – व्यवसाय में खेत में आवश्यक सामग्री का निर्माण करने के लिए पहल की है। जिसमें किसानों को अपनी फसल संग्रहित करने के लिए बड़े पैमाने पर बारदाना की आवश्यकता होती है।
इसमें बचत समूह के माध्यम से बारदाना बुनाई के लिए अन्य महिलाओं को प्रोत्साहित किया है। उन्हें वर्क आर्डर अनुसार समय पर काम करना अपेक्षित है। कोरोना समय में इस व्यवसाय पर विपरीत परिणाम हुआ था। मात्र अब बारदाने की मांग से फिर कारोबार में तेजी आयी है। भंडारा जिले के हर गांव में बचत समूहों का एक नेटवर्क है। महिला आर्थिक विकास महामंडल के जिला प्रबंधक प्रदीप काठोडे समेत सभी सहयोगी व माविम टीम अच्छा काम कर रही है।
Created On :   8 Feb 2023 7:08 PM IST