महिला बचत समूह बनाएंगे ज्वार, बाजरा के खाद्य पदार्थ

डिजिटल डेस्क, नागपुर. ज्वार और बाजरा पोषकतत्वों से भरपूर खाद्यान्न है। उसे नियमित आहार में लाने के लिए देशभर में जनजागरण किया जा रहा है। जिले के महिला बचत समूह ज्वार और बाजरा से विविध खाद्य पदार्थ बनाने के लिए आगे बढ़े हैं। जिला परिषद की पहल पर कृषि महाविद्यालय ने महिला बचत समूहों को खाद्य पदार्थ बनाने का प्रशिक्षण देने की जिम्मेदारी अपने कंधों पर ली है। बता दें कि, संयुक्त राष्ट्रसंघ ने 2023 वर्ष अंतरराष्ट्रीय ज्वार व बाजरा अनाज (तृणधान्य) वर्ष घोषित किया है।
बुआई और प्रक्रिया पर कार्यशाला
ज्वार और बाजरा की फसल और नियमित आहार में शामिल करने को बढ़ावा देने बुआई और प्रक्रिया पर जिला परिषद के स्व. आबासाहब खेलकर सभागृह में कार्यशाला आयोजित की गई। अधिकारियों को तहसील स्तर पर फसल की बुआई बढ़ाने व ज्वार तथा बाजरा पर प्रक्रिया कर उसे नियमित आहार में शामिल करने के लिए नागरिकों को प्रोत्साहित करने संबंध में प्रशिक्षण दिया गया। महिला बचत समूहों को पोषक आहार तैयार करने व उसका महत्व समझाने के लिए प्रशिक्षण देने की योजना बनाए जाने की जानकारी दी गई। जिप सीईओ सौम्या शर्मा की अध्यक्षता में हुई कार्यशाला में डागा अस्पताल के आहार विशेषज्ञों ने ज्वार, बाजरा के सेवन करने पर पोषकतत्वों से स्वास्थ्य को मिलने वाले लाभ से अवगत कराया। कार्यशाला में जिला अधीक्षक कृषि अधिकारी मिलिंद शेंडे, अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी वानखेड़े, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. दीपक सेलोकर, महिला व बाल कल्याण विभाग प्रकल्प संचालक भागवत तांबे, प्राथमिक शिक्षणाधिकारी रोहिणी कुंभार, कृषि विकास अधिकारी प्रवीण देशमुख आदि उपस्थित थे।
Created On :   26 Feb 2023 9:04 PM IST