एएसआई रहते युवक का तोड़ा था हाथ, इस्तगाशा पर हुई कायमी

Young mans hand was broken while ASI, work done on Istgasha
एएसआई रहते युवक का तोड़ा था हाथ, इस्तगाशा पर हुई कायमी
रिटायर्ड इंस्पेक्टर को कोर्ट ने भेजा सेंट्रल जेल एएसआई रहते युवक का तोड़ा था हाथ, इस्तगाशा पर हुई कायमी

डिजिटल डेस्क,सतना। मझगवां थाने में सहायक उपनिरीक्षक के पद पर तैनाती के दौरान वर्ष 2009 में बलवीर नामक युवक की थाने में बेरहमी से पिटाई कर हाथ तोडऩे के आरोप में रिटायर्ड पुलिस इंस्पेक्टर हिमांचल प्रसाद शुक्ला, निवासी रायपुर कर्चुलियान, जिला रीवा, को चित्रकूट न्यायालय ने सेंट्रल जेल भेज दिया है। आरोपी के खिलाफ वर्ष 2017 में स्थायी वारंट जारी किया गया था, लेकिन वह हाजिर नहीं हो रहे थे, वारंट भी तामील नहीं हो पा रहा था। कोर्ट की सख्ती के बाद पुलिस कप्तान आशुतोष गुप्ता ने मझगवां टीआई आदित्य सेन को जल्द से जल्द गिरफ्तारी के निर्देश दे दिए।

रीवा में पुलिस टीम से की जमकर झूमा-झटकी

पुलिस अधिकारी रहे हिमांचल शुक्ला विभाग के हर दांव-पेंच से वाकिफ होकर लगातार चकमा दे रहे थे। ऐसे में कोर्ट और पुलिस अधिकारियों की हिदायत मिलते ही मझगवां पुलिस ने निगरानी बढ़ाई और साइबर सेल एवं मुखबिरों की मदद से जानकारी जुटाई गई, तो पता चला कि 11 जनवरी को रीवा न्यायालय में आरोपी की पेशी है। इस सूचना पर पुलिस की टीम ने सादी वर्दी में रीवा पहुंचकर कोर्ट के बाहर निगरानी शुरू कर दी और जैसे ही रिटायर्ड इंस्पेक्टर पेशी कर बाहर निकले तो पकड़ लिया, मगर उन्होंने साथ चलने की बजाय छूटकर भागने का प्रयास किया और काफी देर तक झूमा-झटकी करते रहे। हालांकि पुलिस टीम की सख्ती के सामने उनकी एक नहीं चली। बुधवार को ही आरोपी को सतना लाकर जिला न्यायालय में पेश किया गया, मगर कोर्ट ने चित्रकूट में हाजिर कराने के लिए कहा। ऐसे में रात भर थाने में रोककर गुरूवार सुबह जेएमएपसी चित्रकूट के सामने प्रस्तुत किया गया।  

ये है मामला 

पीडि़त युवक ने कोर्ट में इस्तगाशा दायर कर हिमांचल शुक्ला के खिलाफ अपराध दर्ज करने की मांग की थी, जिसकी सुनवाई के बाद न्यायालय ने धारा 325, 323, 294 और 506 की कायमी कर आरोपी को कोर्ट में हाजिर होने की नोटिस जारी की, लेकिन वह नहीं आए। तब कई नोटिसों के बाद जमानती वारंट निकाला गया, फिर भी आरोपी पुलिसकर्मी ने गंभीरता नहीं दिखाई। ऐसे में कोर्ट ने पहले गिरफ्तारी और फिर स्थायी वारंट जारी कर दिया, मगर 14 साल तक सतना पुलिस न तो वारंट तामील कर सकी और न ही गिरफ्तार कर पाई। जबकि हिमांचल शुक्ला ने नौकरी का अधिकांश समय इसी जिले में बिताया, इंस्पेक्टर के पद पर प्रमोशन पाया और वर्ष 2014 में अजाक थाना प्रभारी रहते हुए सेवानिवृत्त का लाभ ले लिया।
 

Created On :   13 Jan 2023 1:36 PM IST

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