आशा कार्यकर्ता की नियुक्ति नहीं होने से संस्थागत प्रसव में हो रही है परेशानी

आशा कार्यकर्ता की नियुक्ति नहीं होने से संस्थागत प्रसव में हो रही है परेशानी

डिजिटल डेस्क, पन्ना। पन्ना के ग्राम मनौर में दो दिन से महिला को प्रसव पीडा हो रही थी लेकिन अस्पताल आने को परिवार तैयार नहीं था। आंगनबाडी कार्यकर्ता की सूचना पर सीएचओ डॉक्टर एवं सामाजिक संस्थाओं के साथियां द्वारा की गई पहल पर महिला को जिला अस्पताल में भर्ती कराया और जच्चा-बच्चा की जान को बचाने का सफल प्रयास किया गया। पन्ना मुख्यालय के समीपी ग्राम मनौर में 2 दिन से महिला को प्रसव पीडा हो रही थी लेकिन परिवार के लोगों द्वारा कहा जा रहा था की हम अस्पताल नहीं ले जायेंगे। आंगनबाडी कार्यकर्ता कविता यादव द्वारा घर में जाकर परिजनों को समझाने की कोशिश की गई लेकिन परिजन बिलकुल इनकार कर रहे थे आंगनबाडी कार्यकर्ता के द्वारा ग्राम जरुआपुर में पदस्थ डॉ. अनुपमा शर्मा एवं सामाजिक संस्था विकास संवाद पन्ना की टीम को जानकारी दी गई।

जिसके बाद डॉक्टर एवं संस्था की टीम ने जाकर समुदाय की महिलाओं के साथ प्रसव पीडा से जूझ रही मेंदा बाई एवं उनके पति बारे लाल को समझाया और फिर वह अस्पताल जाने को तैयार हुए। टीम के साथियों द्वारा फोन कर एम्बुलेंस को बुलाया गया। संस्था के सदस्य एवं डॉक्टर से चर्चा की गई तो वहां उपस्थित महिलाओं के द्वारा बताया गया कि गाँव में यह परेशानी केवल इसलिए है क्योंकि गाँव में आशा कार्यकर्ता नहीं है यदि आशा कार्यकर्ता होती तो गाँव की महिलाओं को अस्पताल में प्रसव कराने में कोई समस्या नहीं होती। क्योंकि हमारे साथ गाँव की एक पढी-लिखी महिला रहती तो हम सब के लिए सहारा होता। इसी वजह से महिलायें अस्पताल जाने से डर रही हैं। बताया गया कि गाँव में पूर्व में नियुक्त आशा द्वारा काम नहीं किया जा रहा था जिससे पुन: नियुक्ति की प्रक्रिया कई महीने पहले पंचायत से चुकी है लेकिन अभी तक आशा कार्यकर्ता की नियुक्ति नहीं हो पाई है। इसी वजह से स्वास्थ्य विभाग की सेवायें अंतिम व्यक्ति तक नहीं पहुँच पा रही है।

Created On :   25 Aug 2023 11:40 AM IST

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