Panna News: अंग्रेजों के बनाए स्टाप डेम के पास मनमाना निर्माण, जिम्मेदार झाड़ रहे पल्ला

अंग्रेजों के बनाए स्टाप डेम के पास मनमाना निर्माण, जिम्मेदार झाड़ रहे पल्ला
  • अंग्रेजों के बनाए स्टाप डेम के पास मनमाना निर्माण
  • जिम्मेदार झाड़ रहे पल्ला

Panna News: जिले में भ्रष्टाचार और मनमानी अपने चरम पर है। यहां बिना किसी औचित्य के विकास कार्य किए जा रहे हैं जिनका एकमात्र उद्देश्य सरकारी धन का दुरुपयोग करना और अपना हिस्सा बनाना है। इसी क्रम में पन्ना-कटनी मुख्य मार्ग पर अमझिरिया गांव स्थित प्राचीन स्टॉप डेम जिसे स्थानीय लोग कला तालाब भी कहते हैं के पास एक और कच्चे डेम का निर्माण किया जा रहा है। यह जल संरचना अंग्रेजों के समय की इंजीनियरिंग का एक नायाब नमूना है जिसे सडक़ किनारे पुलियानुमा ढांचे को स्टॉप डेम में बदलकर तैयार किया गया था जिससे पुलिया के एक ओर तालाब बन गया।

वर्षों पुरानी जल संरचना पर संकट

विगत दिनों इस वर्षों पुरानी जल संरचना के पास जेसीबी मशीनों से एक नया कच्चा स्टॉप डेम बनाया जा रहा है। जब इस औचित्यहीन कार्य के संबंध में संबंधित अधिकारियों से बात की गई तो सभी ने इससे पल्ला झाड़ लिया। ग्राम पंचायत मनकी के अंतर्गत आने वाले इस गांव में हो रहे कार्य पर पंचायत प्रतिनिधियों ने कहा कि यह कार्य उनका नहीं है और न ही इसमें पंचायत का पैसा खर्च हो रहा है। जनपद पंचायत पन्ना के सीईओ आनंद शुक्ला ने भी इस बात की पुष्टि करते हुए कहा कि पंचायत विभाग की ओर से ऐसा कोई कार्य स्वीकृत नहीं है। ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर यह कार्य कौन करा रहा है।

वन विभाग भी अनभिज्ञ, टाइगर रिजर्व क्षेत्र में अवैध उत्खनन

संबंधित क्षेत्र पन्ना टाइगर रिजर्व के कोर जोन से सटा हुआ है। जब इस संबंध में पन्ना बफर रेंज के परिक्षेत्राधिकारी अजीत जाट से बात की गई तो उन्होंने भी किसी भी प्रकार के कार्य से इनकार करते हुए बताया कि यह क्षेत्र उनके वन परिक्षेत्र में नहीं आता। इसके बाद उत्तर वन मंडल के पन्ना रेंज के परिक्षेत्र अधिकारी अभिषेक दुबे से संपर्क किया गया तो उन्होंने भी इस मामले से स्वयं को अलग करते हुए कहा कि यह पन्ना टाइगर रिजर्व का क्षेत्र है। कुल मिलाकर न तो यह स्पष्ट हो पाया कि संबंधित वन क्षेत्र किसका है और न ही इस औचित्यहीन निर्माण कार्य को कराने वाले लोगों का पता चला। हालांकि मौके पर काम कर रहे मजदूरों ने बताया कि यह काम पंचायत के लोगों द्वारा कराया जा रहा है लेकिन पंचायत प्रतिनिधि और अधिकारी इससे पल्ला झाड़ रहे हैं। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि सरकारी राशि को ठिकाने लगाने के लिए बेवजह तालाब में मिट्टी डाली जा रही है और जिम्मेदार मौन हैं।

सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि तालाब में मिट्टी डालने के लिए वन क्षेत्र में ही अवैध रूप से जेसीबी मशीनों से खुदाई की जा रही है। जिस स्थान पर यह सब हो रहा है वह पन्ना टाइगर रिजर्व के कोर जोन से महज 200 मीटर की दूरी पर है जिससे यह क्षेत्र टाइगर रिजर्व का बफर जोन कहलाता है। हालांकि पन्ना बफर के परिक्षेत्राधिकारी का कहना है कि यह इलाका उनका नहीं है और सामान्य वन क्षेत्र है जबकि कोर क्षेत्र से लगा क्षेत्र सामान्य वन नहीं बल्कि बफर एरिया ही होता है। इसकी पुष्टि उत्तर वन मंडल के पन्ना परिक्षेत्र के रेंजर ने भी की है। इसके बावजूद कोई भी जिम्मेदार वन अधिकारी वन क्षेत्र में हो रहे अवैध खनन और निर्माण पर कुछ भी करने को तैयार नहीं है। ऐसे में वनों की सुरक्षा पर सवाल उठना लाजिमी है खासकर ऐसे समय में जब वन्यजीवों की मौत के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। यह स्थिति दर्शाती है कि कैसे अधिकारियों की मिलीभगत या उदासीनता के चलते सरकारी धन का दुरुपयोग हो रहा है और प्राकृतिक संसाधनों को नुकसान पहुंचाया जा रहा है। इस मामले में उच्चस्तरीय जांच की आवश्यकता है ताकि दोषियों का पता लगाया जा सके और इस तरह के मनमाने निर्माण कार्यों पर रोक लगाई जा सके।

इनका कहना है

मुझे इस कार्य के संबंध में कोई जानकारी नहीं है। मनकी पंचायत में कोई स्टॉप डेम या इस तरह का कार्य स्वीकृत नहीं है। यह काम पंचायत का नहीं है।

आनंद शुक्ला, सीईओ जनपद पंचायत पन्ना

अमझिरिया की पुलिया के आगे से हमारा क्षेत्र शुरू होता है। यह पन्ना टाइगर रिजर्व का क्षेत्र नहीं है और न ही हमारे द्वारा कोई कार्य कराया जा रहा है।

अजीत जाट, वन परिक्षेत्राधिकारी पन्ना बफर रेंज पन्ना टाइगर रिजर्व

अमझिरिया में पुलिया के पास का इलाका पन्ना टाइगर रिजर्व में आता है। उत्तर वन मंडल का क्षेत्र नहीं है। हमें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है कि वहां उत्खनन या कोई कार्य हो रहा है।

अभिषेक दुबे, वन परिक्षेत्राधिकारी पन्ना रेंज उत्तर वन मंडल

Created On :   1 Jun 2025 5:45 PM IST

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