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Panna News: पनारी के जंगल ले जाकर छोड़े गए दो हजार से अधिक गौवंशी पशु, ऐरा गौवंशीय पशु को लेकर कलेक्टर के आदेश के बाद दिखाई सख्ती

- पनारी के जंगल ले जाकर छोड़े गए दो हजार से अधिक गौवंशी पशु
- ऐरा गौवंशीय पशु को लेकर कलेक्टर के आदेश के बाद दिखाई सख्ती
Panna News: सरकार के आदेश के बाद आवारा गौवंशी पशुओं को लेकर प्रशासन सख्त हो गया है और बीते दिनों जिले के कलेक्टर द्वारा बीएनएस की धारा १६३ के तहत निरश्रित गौवंश को गौशालाओं में रखे जाने के आदेश जारी किए गए है साथ ही साथ निजी तौर पर गौपालन करने वाले पशु पालकों के पशुओं के ऐरा पाए जाने पर निकायों के पदाधिकारियों को कार्रवाई किए जाने के निर्देश दिए है। कलेक्टर पन्ना अपने आदेश के पालन को लेकर कडा रवैया अपनाए हुए है और उनके द्वारा आदेश का पालन नहीं होने पर कार्रवाई की चेतवानी भी दी है जिसके बाद अब आवारा गौवंशी पशुओं को लेकर गौशालाओ में भेजे जाने को लेकर पिछले दिनों से कवायद शुरू हो गई है किन्तु गौशालाओं की जिलेभर में जहां सीमित संख्या है और उन गौशालाओं में उन गौवंशीय पशुओं को रखे जाने की भी सीमित मात्रा में ही संख्या है जबकि गांव-गांव और शहरी क्षेत्रो में आवारा गौवंश की संख्या कई गुनी है ऐसे में गौवंशीय पशुओं के लिए गौशालाओं की क्षमता नहीं रह गई है और थक हारकर स्थिति इस रूप मेंं सामने आ रही है कि पंचायतें और अधिकारी कार्रवाई से भयभीत होकर गांव के ऐरा गौवंशीय पशुओं को गांव से इक्ट्ठा करके दूर जंगल ले जाकर छोडने की कवायद में लगे हुए है।
जनपद पंचायत पन्ना अंतर्गत पन्ना-पहाडीखेरा मार्ग अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत और उनके गांवो में मिले ऐरा गौवंशीय पशुओं को पहले गांव में ही एकत्रित किया गया आज दूसरे दिन ग्राम पंचायत लक्ष्मीपुर रक्सेहा, बिलखुरा, अहिगवां उडकी, अहिगवां कैम्प, सारंगपुर, इटवाखास, बडीगडी खुर्द हाटूपुर, बृजपुर गजरा, धरमपुर सहित अन्य गांवो में एकत्रित हुए गौवंशी पशुओं को मैदानी कर्मचारियों के साथ स्थानीय ग्रामीणों द्वारा हांका लगाते हुए मुख्य सडक तक लाया गया और ०२ हजार से २२०० गौवंशी पशुओं को मुख्य सडक़ के रास्ते से गहरा स्थित पुराना नामक स्थान जंगल तक ले जाकर छोड दिया गया। इस दौरान गौवंशीय पशुओं के बीच-बीच में भागने के दौरान कई तरह से खतरनाक स्थितियां भी बनती नजर आई। कलेक्टर के निर्देश के बाद गौवंशी हजारों पशुओं को सडक में खदेडकर ले जाने की तस्वीरें सोशल मीडिया में खूब वायरल हुई और इस कार्रवाई को लेकर भी सवाल सामने आए स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि जहां जंगल में जाकर पशुओं को छोडा गया है उन्हें वापिस लौटने भी दो दिन भी नहीं लगेंगे ऐसे में इस तरह की कवायद का आखिर क्या फायदा होगा।
बेहाल नजर आए गौवंशीय पशु
ऐरा हजारों गौवंशी पशुओं को लेकर जहां आज गांव से खदेडक़र दूर जंगल ले जाकर छोड दिया गया ताकि गांव को आवारा गौवंश्ीाय पशुओ से निजात मिल सके और कलेक्टर के आदेश का पालन हो सके परंतु इस पूरी कवायद के दौरान स्थिति यह देखी गई कि गौवंशीय पशु जिन्हें हांककर झुण्ड में ले जाया जा रहा था उनकी स्थिति भूख और प्यास से बेहाल नजर आई। बडे गौवंशी पशुओं के साथ ही नन्हें गौवंशी पशुओं को लेकर दयनीय स्थिति देखने को मिली कुछ गाय नवजात बछडों के साथ थी जिनके बछडो की उम्र २ दिन से १० दिन के बीच थी एक गर्भवती गाय इसी कवायद के दौरान बछडे का जन्म भी हो गया था जिसे जनपद की गाडी में रखकर काफी दूर तक ले जाया गया।
बिजली कंरट से बाल-बाल बचा गौवंश
धरमपुर ग्राम पंचायत में लगे विद्युत ट्रांसफार्मर के नीचे गुजर रहे लगभग ०८ नग गौवंशी पशुओ को बिजली कंरट का झटका लगा जिससे कुछ वहीं बैठ गए और कुछ वहीं गिर गए यह देखकर मौके पर मौजूद लोगों द्वारा विद्युत मंडल बृजपुर को फोन किया और विद्युत लाइन बंद कराई गई और इस तरह विद्युत करण्ट से गौवंशीय पशु बाल-बाल बच गए
अधिकरी भी हाथ में डण्डा लिए नजर आए
आवारा गौवंश को गांव से एकत्र कर बाहर दूर ले जाकर छोडने हुई कवायद के दौरान स्थानीय पंचायतों के सरपंच, सचिव, ग्राम रोजगार सहायकों के साथ ही राजस्व विभाग से पटवारीगण एवं स्थानीय अमले के साथ ही अधिकारीगण भी साथ नजर आए इनमें से कुछ अधिकारियो के हाथ में गौवंश को खदेडने के लिए डण्डा भी दिखाई दिया इस कार्रवाई के दौरान जो अधिकारी शामिल नजर आए उनमें सीईओ जनपद पंचायत पन्ना आनंद शुक्ला, नायब तहसीलदार शशिकांत दुबे सहित जनपद के अन्य अधिकारी भी शामिल रहे।
इनका कहना है
इस क्षेत्र में कुछ ही गौशालायें हैं जिसकी तुलना में आवारा गौवंश की संख्या कई गुनी है और इसके चलते गौवंश को गांव से बाहर ले जाकर छोड गया है।
शशिकांत दुबे
नायब तहसीलदार बृजपुर सर्किल पन्ना
Created On :   20 July 2025 1:02 PM IST