Pune City News: रिश्वत मामले में वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक की विभागीय जांच

रिश्वत मामले में वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक की विभागीय जांच
आयुक्त चौबे ने दिए आदेश

भास्कर न्यूज, पिंपरी चिंचवड़। वकील के मुवक्किल की मदद करने के लिए 46.50 लाख रुपए की रिश्वत मामले में नाम आने वाले पिंपरी-चिंचवड़ पुलिस आयुक्तालय की आर्थिक अपराध शाखा के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक की विभागीय जांच के आदेश पुलिस आयुक्त विनयकुमार चौबे ने दिए हैं।

वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक का नाम संदीप सावंत है। मामले में निलंबित भोसरी के दिघी रोड निवासी रिश्वरखोर फौजदार का नाम प्रमोद रवींद्र चिंतामणि (44) है, जो मूल रूप से अहमदनगर जिले की पारनेर तहसील के कर्जूले हरियाल का रहने वाला है। पिंपरी-चिंचवड़ शहर पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा के पास चार करोड़ की धोखाधड़ी का एक मामला जांच के लिए है। जांच फौजदार प्रमोद चिंतामणि के पास थी। मुवक्किल की मदद करने और साथ ही जमानत अर्जी पर पुलिस उत्तर (से) दाखिल करने के लिए प्रमोद चिंतामणि ने दो लाख की रिश्वत मांगी थी।

हालांकि, मामले में बड़े लेनदेन की जानकारी मिलने के बाद चिंतामणि ने दो करोड़ लेने की जिद पकड़ ली। पता चला कि उसने एक करोड़ आर्थिक अपराध शाखा के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक और एक करोड़ खुद के लिए मांगे थे। शिकायतकर्ताओं ने एसीबी में शिकायत दर्ज कराई। इसके अनुसार एसीबी ने चिंतामणि को पुणे के समर्थ पुलिस स्टेशन की सीमा में रिश्वत की पहली किस्त के तौर पर 46.50 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ पकड़ा। उसके दिघी स्थित घर पर छापा मारा गया तो पुलिस को करीब 51 लाख की नकदी मिली। इसके अलावा गहने और अन्य दस्तावेज भी जब्त किए गए। कार्रवाई के बाद पिंपरी-चिंचवड़ के पुलिस आयुक्त विनयकुमार चौबे ने कठोर कार्रवाई की शुरुआत की।

फौजदार प्रमोद चिंतामणि को सेवा से निलंबित कर दिया गया है, साथ ही आर्थिक अपराध शाखा के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक संदीप सावंत को नियंत्रण कक्ष से संलग्न किया गया। अब सावंत के खिलाफ भी विभागीय जांच के आदेश दिए गए हैं। जांच में जो सामने आएगा, उसके अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी।

Created On :   7 Nov 2025 3:36 PM IST

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