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Pune City News: शीतल तेजवानी को 11 दिसंबर तक पुलिस हिरासत

- मुंढवा जमीन घोटाला
- गुरुवार को जिला कोर्ट में हुई पेश
- तेजवानी पर पहले से दर्ज हैं 9 अपराध
भास्कर न्यूज, पुणे। मुंढवा जमीन घोटाले की मुख्य आरोपी शीतल तेजवानी को 11 दिसंबर तक पुलिस हिरासत में रखने का आदेश कोर्ट ने दिया है। बुधवार को गिरफ्तारी के बाद शीतल को गुरुवार को शिवाजीनगर जिला सत्र न्यायालय में पेश किया गया, जहां सुनवाई के दौरान खचाखच भीड़ थी। कोर्ट में दो घंटे तक इस विषय पर दोनों पक्षों में बहस होती रही कि शीतल को न तो नोटिस दिया गया, न ही गिरफ्तारी का कारण बताया गया। शीतल के वकील ने कहा कि कोर्ट में आरोपी को लाने के घंटेभर पहले उसके वकील को रिमांड कॉपी दी जाती है, लेकिन इस प्रक्रिया का भी पालन नहीं किया गया।
इधर, सरकारी वकील ने सुप्रीम कोर्ट के हवाला देते हुए कहा कि पूरी रिमांड कॉपी देने की जरूरत नहीं थी, क्योंकि हमने सभी जरूरी जानकारियां आरोपी के वकील को दे दी थीं। सरकारी वकील ने मुख्य रूप से पांच बिंदुओं पर कोर्ट का ध्यान खींचा और इस आधार पर शीतल को पुलिस हिरासत में भेजने का आग्रह किया। तमाम दलीलें सुनने के बाद प्रथम श्रेणी न्याय दंडाधिकारी ए.सी. बागल ने शीतल तेजवानी को 11 दिसंबर तक पुलिस हिरासत में भेजने के आदेश दिए।
इन बिंदुओं पर पुलिस को दी हिरासत
- शीतल तेजवानी ने 11 हजार रुपए का डिमांड ड्राफ्ट किस आधार पर जमा किया?
- जमीन की कीमत का उल्लेख रजिस्ट्री में क्यों नहीं किया गया?
- धनराशि नकद या किसी अन्य तरीके से ली गई या नहीं?
- अपराध की साजिश में कौन-कौन शामिल है?
- जमीन से संबंधित रकम किस रास्ते से और किन खातों में जमा की गई?
यह है मुंढवा जमीन प्रकरण
मुंढवा की सरकारी जमीन से जुड़े गैरव्यवहार प्रकरण में यह सामने आया है कि शीतल ने 2006 से 2008 के बीच जमीन के मूल वतनदारों के वारिसदारों के साथ विकास करार किया था। करार के अनुसार प्रति एकड़ 40 लाख रुपए का विकास भुगतान तय किया गया था। यह राशि रिग्रांट प्रक्रिया पूरी होने और किसानों का हिस्सा तय होने के बाद अगले एक साल के भीतर देने की शर्त रखी गई थी। इसके साथ ही करारनामा में यह भी उल्लेख है कि किसानों को कुछ धनराशि चेक द्वारा दी गई थी। हाल में खुलासा हुआ था कि मुंढवा स्थित बॉटनिकल सर्वे ऑफ इंडिया की 43 एकड़ सरकारी भूमि को शीतल ने 300 करोड़ रुपए में बेच दिया गया था और यह वही जमीन है, जिसे किसानों से कौड़ियों के भाव खरीदा गया है। जिस अमेडिया कंपनी ने शीतल के साथ मिलकर जमीन खरीदी है, उसमें उपमुख्यमंत्री अजित पवार के पुत्र पार्थ पवार संचालक हैं। इसी जमीन सौदे को लेकर खड़क पुलिस स्टेशन में अपराध दर्ज किया गया है, जिसकी जांच आर्थिक अपराध शाखा कर रही है।
तेजवानी पर पहले से दर्ज हैं 9 अपराध
तेजवाणी पर पिंपरी पुलिस स्टेशन में विश्वास में रखी गई संपत्ति का दुरुपयोग कर व्यक्तिगत लाभ कमाने और वापस न करने के आरोप में कुल 6 अपराध दर्ज हैं। इसके अलावा हिंजवड़ी, शिवाजीनगर और बावधन पुलिस स्टेशनों में भी उनके खिलाफ एक-एक अपराध दर्ज है। पुलिस के अनुसार वह इस प्रकार की धोखाधड़ी की मामलों में माहिर है।
Created On :   5 Dec 2025 3:31 PM IST












