सांगली: मराठा आरक्षण के लिए सर्वदलीय जनप्रतिनिधियों सांकेतिक अनशन

मराठा आरक्षण के लिए सर्वदलीय जनप्रतिनिधियों सांकेतिक अनशन
  • सांगली में सर्वदलीय जनप्रतिनिधियों सांकेतिक अनशन
  • मराठा आरक्षण के लिए सांकेतिक अनशन

डिजिटल डेस्क, पुणे। मराठा समुदाय के आरक्षण के लिए आंदोलन कर रहे मनोज जारांगे-पाटिल को समर्थन देने और आरक्षण के मुद्दे को जल्द से जल्द हल करने के लिए सांगली जिले के जन प्रतिनिधियों ने सोमवार को एक दिवसीय सांकेतिक उपवास किया। रविवार को नहर समिति की बैठक के दौरान मराठा समुदाय के कार्यकर्ताओं ने मराठा आरक्षण को लेकर विधायकों और सांसदों को आड़े हाथों लिया। इस मौके पर सभी जन प्रतिनिधियों से इस्तीफा देने को कहा गया था, सरकार से विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने का आग्रह करने की मांग की गई थी। आक्रामक कार्यकर्ताओं की भावनाओं को देखते हुए जनप्रतिनिधियों ने मराठा आरक्षण के लिए सोमवार को एक दिवसीय उपवास रखा।

आज छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा के पास सभी दलों के जन प्रतिनिधियों ने उपवास किया। इसमें सांसद संजय पाटिल, विधायक डॉ. विश्वजीत कदम अनिल बाबर, सुमन पाटिल, मानसिंगराव नाइक, विक्रम सिंह सावंत, अरुण लाड, पूर्व विधायक सदाशिवराव पाटिल, नितिन शिंदे, कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष विशाल पाटिल, शहर जिला अध्यक्ष पृथ्वीराज पाटिल आदि कार्यकर्ता शामिल हैं। इस बीच मराठा आरक्षण की मांग को लेकर सोमवार को शंकर नाना मोहिते के नेतृत्व में 50 कार्यकर्ताओं ने वीटा में प्रशासनिक भवन से कूदकर सामूहिक आत्महत्या का प्रयास किया। इस मौके पर प्रशासन की ओर से प्रदर्शनकारी मोहिते और पालकमंत्री सुरेश खाड़े के बीच बातचीत हुई। पालकमंत्री की सुलह के बाद प्रदर्शनकारी शांत हुए लेकिन चेतावनी भी दी गई कि यदि सरकार ने समय रहते हमारी भावनाओं पर ध्यान नहीं दिया तो स्थिति विस्फोटक होगी।

Created On :   30 Oct 2023 1:04 PM GMT

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