सफलता: यूपीएससी में वर्धा के अभय डागा और यवतमाल के शुभम पवार ने मारी बाजी

यूपीएससी में वर्धा के अभय डागा और यवतमाल के शुभम पवार ने मारी बाजी
  • आईपीएस बनना चाहता है अभय
  • जीवन की नई पारी की शुरुआत
  • पुलिसकर्मी का बेटा है शुभम

डिजिटल डेस्क, वर्धा. यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा के मंगलवार को घोषित हुए रिजल्ट में वर्धा के प्रसिद्ध डाॅक्टर डागा दंपति के पुत्र व वर्धा के अभय ने यूपीएससी परीक्षा में 185 वां रैंक हासिल किया है। अभय ने आईपीएस अधिकारी बनने की मंशा जताते हुए साइबर क्राइम या इससे जुड़े अपराधों को सुलझानेवाला पुलिस अधिकारी बनने की इच्छा व्यक्त की है। अभय शहर के प्रसिद्ध बाल रोग विशेषज्ञ डाॅ. राजेंद्र व गायनोकॉलॉजिस्ट डाॅ. मीना डागा के पुत्र हैं। दूसरे प्रयास में सफलता अर्जित करनेवाले अभय ने पुलिस अधिकारी यानी आईपीएसस बनने का निर्णय लिया है। उसे महाराष्ट्र कैडर भी अपेक्षित है। खुले गुट के लिए महाराष्ट्र में दो सीटें हैं, इसमें उसे स्थान मिलने की उम्मीद है। बता दे कि अभय की प्राथमिक शिक्षा लॉयड्स स्कूल में हुई। उसके पश्चात आईआईटी खड़गपुर से बीटेक, एमटेक की शिक्षा सूचना तकनीक विषय में पूर्ण की। पश्चात एक वर्ष अमेरिका में बिताकर फिर महाराष्ट्र में लौटा। इसके बाद हैद्राबाद में 2018 से 21 के दौरान मायक्रोसॉफ्ट में प्रोग्राम मैनेजर के तौर पर काम शुरू किया। साइबर सिक्योरिटी में उसका काम चलता था। नौकरी करते समय ही उसने प्रशासकीय सेवा में जाने का निर्णय लिया। बिना ट्यूशन लगाए सेल्फ स्टडी कर उसने यह सफलता हासिल की है। अभय डागा के परिवार में सभी डाॅक्टर है। मां-पिता यहां तक कि बहन डाॅ. साक्षी रेडिओलॉजिस्ट है। जीजाजी श्रीधर रेड्डी भी डाॅक्टर हैं। अभय ने अपनी सफलता का श्रेय पिता डा. राजेंद्र डागा, माता डा. मीना डागा, बहन डा. साक्षी रेड्डी, डा. श्रीधर रेड्डी व दादी चंद्रकांता डागा को दिया है। डा राजेंद्र डागा मूलत: अमरावती जिले के धामणगांव रेलवे निवासी है।

जीवन की नई पारी की शुरुआत

अभय राजेंद्र डागा का कहना है कि यूपीएससी परीक्षा काफी मुश्किल होती है। ढाई, तीन साल की कड़ी मेहनत के बाद मैं इस परीक्षा में सफल हुआ हूं। यह सफलता मेरे लिए काफी मायने रखती है। अब यहीं से मेरे जीवन की नए पारी की शुरुआत हुई है। इसके लिए मेरे परिवार व दोस्तों का मुझे बहुत ज्यादा सर्पोट मिला है।


पुलिसकर्मी का बेटा है शुभम

यवतमाल की उमरखेड़ तहसील के वालतूर इस छोटे से देहात से एक सपूत ने यूपीएससी की परीक्षा उत्तीर्ण की है। वह पुलिस सिपाही का पुत्र है। उसका नाम शुभम पवार है। पिता का नाम सुरेश पवार है। अथक प्रयास से शुभम ने यह परीक्षा 560 रैंक से उत्तीर्ण की है। उसने प्राथमिक शिक्षा गांव तथा उमरखेड़ तहसील के स्कूल में की। उसके बाद उसने 11वीं, 12वीं नांदेड के महाविद्यालय में की है। इसमें उसने विज्ञान शाखा से पढ़ाई की थी। उसके बाद अकोला में स्नातक परीक्षा कृषि में की है। खुद मेहनत कर तथा कोचिंग की सहायता से सफलता अर्जित की है। मंगलवार को यह परिणाम घोषित होते ही उसके माता- पिता, भाई आदि खुशी से फूले नहीं समा रहे हैं।

Created On :   17 April 2024 2:48 PM GMT

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