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Wardha News: जिला अस्पताल में लगी आग , मासूम बच्चों समेत 33 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला

Wardha News एसटी बस स्थानक रोड स्थित जिला सामान्य रुग्णालय की इमारत क्रमांक 2 में मंगलवार दोपहर दूसरी मंजिल पर स्थित बाल मरीज विभाग के एक कमरे में अचानक आग लग गई। हालांकि, इस संकट की घड़ी में अस्पताल के डाॅक्टर अधिकारी व कर्मचारियों ने अदम्य साहस और सूझबूझ का परिचय दिया। जैसे ही धुआं उठा, कर्मचारियों ने बिना वक्त गंवाए तत्काल वार्ड में मौजूद करीब 10 मासूम बच्चों सहित 33 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। अस्पताल स्टाफ की सतर्कता के कारण बड़ा हादसा टल गया। घटना की जानकारी मिलते ही दमकल विभाग की कुल 4 गाड़ियां मौके पर पहुंचीं। करीब एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर पूरी तरह नियंत्रण पाया गया। अस्पताल परिसर में बढ़ती भीड़ को नियंत्रित करने और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रशासन द्वारा दंगल नियंत्रण पथक को भी तैनात किया गया। अस्पताल प्रशासन ने पुष्टि की है कि घटना में कोई जनहानि नहीं हुई है। शिफ्ट किए गए सभी 10 मरीजों की स्थिति वर्तमान में स्थिर बताई जा रही है।
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घटना स्थल पर पहुंचे वर्धा नगर परिषद के मुख्याधिकारी विजय देशमुख के अनुसार, आग दोपहर करीब 1:30 बजे लगी। प्रारंभिक जांच में आग लगने का मुख्य कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है। जिस कमरे में आग लगी, वहां कंबल, दवाइयां और लकड़ी के दराज रखे हुए थे, जिससे आग ने तेजी पकड़ ली। गनीमत रही कि आग मुख्य वार्ड तक पहुंचने से पहले ही स्थिति पर काबू पा लिया गया।
आग लगने की सूचना मिलते ही जिला शल्य चिकित्सक डॉ. सुमंत वाघ तत्काल घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने न केवल पूरी स्थिति का जायजा लिया, बल्कि आग पर पूर्णतः काबू पाने तक मौके पर डटे रहे। डॉ. वाघ ने अपनी देखरेख में मोर्चा संभालते हुए लगातार कर्मचारियों से संवाद बनाए रखा और मरीजों के सुरक्षित स्थानांतरण की व्यवस्था को सुनिश्चित किया। उनके कुशल मार्गदर्शन से राहत कार्य में तेजी आई और अस्पताल प्रशासन की व्यवस्था सुचारू रही।
इधर जिला शल्य चिकित्सक के अनुसार दूसरी मंजिल के बाल रोग वार्ड में कुल 4 मरीज (2 पुरुष व 2 महिलाएं) भर्ती थे। वहीं कुपोषित बच्चों के कक्ष में कुल 3 मरीज (2 महिलाएं व 1 पुरुष) थे। इनके साथ 7 माताएं मौजूद थीं। इसके अलावा 3 स्टाफ नर्स, 1 आहार विशेषज्ञ, 1 कक्षसेवक तथा 1 रसोइया उपस्थित थे। पहली मंजिल के शल्य चिकित्सा वार्ड में कुल 3 मरीज (1 पुरुष व 2 महिलाएं) तथा 7 परिजन मौजूद थे। वहां 2 स्टाफ नर्स व 1 कक्षसेवक भी ड्यूटी पर थे।
Created On :   24 Dec 2025 4:32 PM IST














