मुसीबत: संतरा - गेहूं और चना उत्पादकों का भारी नुकसान, पिछले दिनो हुई थी बेमौसम बारिश

संतरा - गेहूं और चना उत्पादकों का भारी नुकसान, पिछले दिनो हुई थी बेमौसम बारिश
  • 20 हजार हेक्टेयर क्षेत्र की फसलें प्रभावित
  • संतरा - गेहूं और चना उत्पादकों का नुकसान हुआ था
  • राहत- कपास के दाम समर्थन मूल्य के करीब

डिजिटल डेस्क, वर्धा. गत सप्ताह जिले में लगातार दो दिन तेज आंधी के साथ बेमौसम बारिश व ओलावृष्टि हुई। इस बेमौसम बारिश व ओलावृष्टि के कारण जिले के करीब 519 गांवों के किसानों की फसल का बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ था। करीब 20 हजार हेक्टेयर क्षेत्र की खड़ी फसल का नुकसान होने का प्राथमिक अंदाजा राजस्व विभाग ने जताया है। गत 15 फरवरी गुरुवार शाम को कारंजा घाड़गे तहसील के बेमौसम बारिश व ओलावृष्टि हुई जिसमें अनुमानित 3 हजार हेक्टेयर के चना, गेहूं व चने का नुकसान हुआ है। कारंजा घाडगे तहसील के नारा, आजनादेवी, गारपीट, येणगांव, पिपरी, भालेवाडी, जुनापानी, शेलगांव, गावंडी, उमरी, सावली, धवसा, अागरगांव, ठाणेगांव, लिंगा, धामकुड, पांजरा, चोपण, मेठहिरजी,वाघाेडा, सावरडोह, बेलगांव, सुंसुदा, मदनी,धावडी, बिहाडी इन गांवो में ओलावृष्टि हुई।

इसके बाद शनिवार को हुए बारिश के बाद रविवार को भी दिन भर बदरिला मौसम रहा। इस दौरान शाम के समय वातावरण में अचानक बदलाव होकर तेज आंधी के साथ ओलावृष्टी हुई। इस आंधी व ओलावृष्टी के कारण जिले के करीब 519 गांव प्रभावित हुए। आष्टी शहीद तहसील के 8 गांव, आर्वी के 13 गांव, देवली के 131 गांव, हिंगणघाट के 140 गांव,समुद्रपुर के 151 गांव तथा सेलू तहसील के 15 गांवो का समावेश है। इस बेमौसम बारिश व ओलावृष्टी के कारण समुद्रपुर तहसील में फसल का सर्वाधिक नुकसान हुआ है।

समुद्रपुर तहसील के 6 हजार 585.16 हेक्टेयर क्षेत्र की फसल का नुकसान हुआ है। कारंजा तहसील के 81 हेक्टेयर क्षेत्र,आष्टी तहसील के 240 हेक्टेयर,आर्वी तहसील में 135 हेक्टेयर क्षेत्र, हिंगणघाट तहसील के 3 हजार 888 हेक्टेयर क्षेत्र,देवली तहसील के 6 हजार 460 हेक्टेयर तथा सेलू तहसील में 301.80 हेक्टेयर क्षेत्र के फसल का नुकसान होने का प्राथमिक अंदाजा है। इस बेमौसम बारिश व ओलावृष्टी के कारण संतरा, गेहू, चना, तुअर तथा सब्जी वर्गीय फसलो तथा फल बागिचो का बडे प्रमाण में नुकसान हुआ है। राजस्व विभाग के अधिकारियों ने किसानों के खेतों को भेंट देकर नुकसान की जानकारी लेने का काम शुरू किया है।

सर्वे का काम जारी

प्रभाकर शिवणकर, जिला कृषि अधिकारी के मुताबिक जिले में एक बार बेमौसम बारिश व ओलावृष्टि होने के बाद फिर 15 फरवरी को कारंजा घाडगे तहसील में ओलावृष्टि हुई है। जिले में राजस्व विभाग, कृषि विभाग, जिला परिषद विभाग की ओर से गांवों में सर्वे जारी है। सर्वे होने के बाद राज्य शासन के समक्ष नुकसान का प्रस्ताव भेजा जाएगा।


Created On :   20 Feb 2024 11:51 AM GMT

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