कोलकाता में 12 साल के लड़के ने की आत्महत्या

12 year old boy commits suicide in Kolkata
कोलकाता में 12 साल के लड़के ने की आत्महत्या
घटना कोलकाता में 12 साल के लड़के ने की आत्महत्या

डिजिटल डेस्क, कोलकाता। जापानी वेब सीरीज के आदी 12 वर्षीय एक लड़के ने उत्तरी कोलकाता में एक अपार्टमेंट की 11वीं मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने यह जानकारी दी। घटना शनिवार को हुई। जांच के बाद पुलिस को पता चला कि लड़का अपने अपार्टमेंट की छत से इस उम्मीद से कूद गया कि उसे एक परी आकर बचा लेगी, जैसा कि वेब-सीरीज प्लैटिनम एंड में चमत्कार होते दिखाया गया है।

पुलिस के अनुसार, यह जापानी धारावाहिक एक काल्पनिक कहानी पर आधारित है, जहां किशोर-नायक इसी तरह एक इमारत की छत से कूद गया था, लेकिन उसे एक परी ने बचा लिया था और उसके बाद नायक ने जादुई शक्तियों का विकास किया।

एक जांच अधिकारी ने कहा, प्राथमिक जांच के बाद हमें विश्वास हो गया है कि लड़का इस धारावाहिक का आदी था और इससे प्रेरित होकर उसने यह घातक कदम उठाया। पुलिस के मुताबिक, घटना शनिवार को सरस्वती पूजा के दिन पार्क सर्कस के फूलबगान इलाके में कैनाल सर्कुलर रोड स्थित एक हाई-एंड हाउसिंग कॉम्प्लेक्स में हुई। बिराज पचीसिया के रूप में पहचाने जाने वाला 12 वर्षीय लड़का उस समय छत पर चला गया, जब परिवार के अन्य सदस्य पूजा में व्यस्त थे।

वह छत से कूद गया और सीधे पूल के बगल में कंक्रीट के फर्श पर जा गिरा। शोर सुनकर आवास परिसर के लोग पूल के किनारे दौड़े तो पार्क सर्कस के एक प्रीमियर स्कूल के इस छात्र को खून से लथपथ पाया। उसे पास के नर्सिग होम ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।एक जांच अधिकारी ने कहा, उसे हाल ही में ऑनलाइन कक्षाओं के कारण एक इलेक्ट्रॉनिक गैजेट दिया गया था और हमें पता चला है कि वह इस पर वेब-सीरीज देखने का आदी था।

हालांकि उसकी आत्महत्या का कोई भौतिक सबूत नहीं है, लेकिन परिस्थितिजन्य साक्ष्यों को देखते हुए हमें स्पष्ट रूप से यकीन है कि लड़का वेब-सीरीज का इतना आदी था और उस पर विश्वास था कि जैसा देखता था, वैसा ही किया, छत से कूद गया। शहर के एक मनोचिकित्सक ने कहा, यह कोई नई बात नहीं है।

इस प्रकार के धारावाहिक और वेब-श्रृंखला युवा मन के मनोविज्ञान पर एक मजबूत प्रभाव डालते हैं और वे अक्सर इसके लिए जीवन के साथ भुगतान करते हैं। पहले ऐसे कई युवा लड़के ब्लू व्हेल जैसे खेल खेलकर अपनी जान दे देते थे। यह एक खतरनाक प्रवृत्ति है।

आईएएनएस

Created On :   7 Feb 2022 5:30 PM GMT

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