दिल्ली में बच्चे के अपहरण के आरोप में आईवीएफ डोनर गिरफ्तार
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पश्चिमी दिल्ली से आठ दिन पहले एक आईवीएफ डोनर और उसके सहयोगियों द्वारा अगवा की गई दो साल के बच्चे को पुलिस ने उनके चंगुल से छुड़ा लिया है। एक अधिकारी ने यहां यह जानकारी दी। इस अपराध में 20 वर्षीय महिला समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों की पहचान तनु, विपिन, मोहम्मद सलमान और एक नाबालिग के रूप में हुई है।
पुलिस उपायुक्त (पश्चिम जिला) उर्वीजा गोयल ने कहा कि 22 दिसंबर को राजौरी गार्डन पुलिस स्टेशन में राजधानी कॉलेज, राजा गार्डन दिल्ली के पास एक फ्लाईओवर से एक लड़के के अपहरण के बारे में एक पीसीआर कॉल प्राप्त हुई थी।
शिकायत के आधार पर पुलिस ने राजौरी गार्डन थाने में भारतीय दंड संहिता की धारा 363 के तहत मामला दर्ज किया। सूचना मिलने पर पुलिस टीम का गठन किया गया जो मौके पर पहुंची। डीसीपी ने कहा, टीम ने अपराधियों के बारे में सुराग जुटाने के लिए इलाके के सीसीटीवी फुटेज खंगाले। सीसीटीवी फुटेज में पुलिस को मोटरसाइकिल पर सवार दो संदिग्ध लड़के एक लड़के के पास घूमते हुए मिले। बाद में आजादपुर क्षेत्र के सब्जी मंडी से एक संदिग्ध की पहचान कर उसे गिरफ्तार किया गया।
पूछताछ में उसने उस साजिश का खुलासा किया, जिसके आधार पर मास्टरमाइंड तनु समेत तीन और आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।अपहृत बच्चे को जहांगीर पुरी स्थित तनु की झोपड़ी से बरामद किया गया। आरोपी महिला पिछले तीन साल से दिल्ली के राजौरी गार्डन स्थित अवाया आईवीएफ अस्पताल में एग डोनर का काम कर रही थी। पुलिस ने बताया कि तनु ने शकूरपुर निवासी एक एजेंट तारा के माध्यम से पंजाब के एक परिवार को बच्चा दिलाकर आसानी से पैसे दिलाने की साजिश रची।
उसने अपने सहयोगियों को इस तरह अर्जित राशि से 20,000 रुपये देने का वादा किया था। लेकिन उचित कानूनी दस्तावेजों के अभाव में परिवार ने बच्चे को गोद लेने से इनकार कर दिया। पुलिस ने कहा, पकड़ने से पहले, आरोपी तनु और उसके सहयोगी जाली दस्तावेज बनाने की योजना बना रहे थे। पुलिस ने कहा, मामले की आगे की जांच जारी है।
इस बीच, दिल्ली पुलिस ने एक वीडियो साझा किया, जिसमें एक सप्ताह से अधिक समय के बाद बच्चे और उसकी मां के पुनर्मिलन के चलते दृश्यों को देखा जा सकता है।
आईएएनएस
Created On :   30 Dec 2021 6:31 PM IST