तमिलनाडु की विशेष पुलिस टीम नेपाल के लिए रवाना
डिजिटल डेस्क, चेन्नई। कोडनाड हत्या और डकैती मामले की जांच के लिए गठित तमिलनाडु पुलिस की एक विशेष टीम अपने सहयोगी ओम बहादुर की हत्या की घटना के दौरान मौजूद एक चौकीदार कृष्ण बहादुर का पता लगाने और पूछताछ करने के लिए नेपाल रवाना हो गई है। कोडनाड एस्टेट में हत्या और डकैती की घटना 24 अप्रैल, 2017 की तड़के हुई थी।
टीम का गठन नीलगिरी जिला पुलिस द्वारा किया गया, जिसमें वरिष्ठ पुलिस अधिकारी शामिल थे। टीम गुरुवार को नेपाल के लिए रवाना हुई। मामले में एक सुरक्षा गार्ड ओम बहादुर की गर्दन काटकर हत्या कर दी गई और उसका शरीर एक पेड़ से उल्टा लटक गया, वहीं कृष्ण बहादुर गंभीर रूप से घायल हो गया था।
कृष्णा बहादुर ने पुलिस के सामने बयान दिया था कि उन दोनों पर 24 अप्रैल, 2017 को एस्टेट बंगले पर लुटेरों ने हमला किया था। पुलिस के अनुसार, कृष्ण बहादुर से पूछताछ के बाद, उसे अपने गृह देश नेपाल जाने की अनुमति दी गई और उसके बाद उसका पता नहीं चल सका।कोडानाड एस्टेट मामला अन्नाद्रमुक और द्रमुक के बीच तनातनी के साथ एक बड़ा मुद्दा बन गया था। द्रमुक ने 2021 के विधानसभा चुनावों के लिए अपने घोषणापत्र में वादा किया था कि अगर वह सत्ता में वापस आती है, तो कोडनाड हत्या और डकैती मामले को फिर से खोला जाएगा और आगे की जांच की जाएगी।
एक ट्रायल कोर्ट ने नीलगिरी पुलिस को एक पुन: जांच करने और 1 अक्टूबर, 2021 को सुनवाई के लिए प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने अन्नाद्रमुक के एक कार्यकर्ता और मामले में एक गवाह अनुभव रवि द्वारा आगे की जांच पर रोक लगाने की अपील को भी खारिज कर दिया। अदालत ने कहा कि हम मामले में हस्तक्षेप नहीं कर सकते और वैसे भी सच्चाई को सामने आना चाहिए। मामले के पहले आरोपी के.पी. सायन और एक अन्य आरोपी वालयार मनोज ने पत्रकार मैथ्यू सैमुअल की 16 मिनट की वीडियो डॉक्यूमेंट्री फिल्म में कहा था कि डकैती तत्कालीन मुख्यमंत्री के. पलानीस्वामी के इशारे पर की गई थी।
आईएएनएस
Created On :   10 Sept 2021 3:00 PM IST