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उत्तर प्रदेश में एक और लॉकडाउन की अफवाह से खरीददारी में जुटे लोग

हाईलाइट
- उत्तर प्रदेश में एक और लॉकडाउन की अफवाह से खरीददारी में जुटे लोग
डिजिटल डेस्क, लखनऊ, 9 जून (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के साथ ही देश भर में कोरोनावायरस मामलों में काफी इजाफा देखने को मिल रहा है। इस बीच एक बार फिर से लॉकडाउन लागू होने की अफवाह के चलते राज्य के लोग जरूरी सामानों की खरददारी करने उमड़ पड़े।
सोमवार को अधिकतर दुकानें, शॉपिंग मॉल फिर से खुल गए, लेकिन बहुत कम संख्या में लोग इन जगहों पर पहुंचे। लेकिन किराने की दुकानों, बुक स्टोर, स्टेशनरी और बैंकों में सामान्य दिनों से बहुत अधिक संख्या में ग्राहकों को देखा गया।
महानगर इलाके में किराना की दुकान चलाने वाले अनिकेत अग्रवाल ने कहा, हमारे यहां आए ग्राहक भारी मात्रा में समानों की खरीददारी कर रहे थे और जब हमने उनसे पूछा तो उन्होंने कहा कि कोरोनावायरस के मामलों में वृद्धि के कारण एक बार फिर से लॉकडाउन हो सकता है।
उन्होंने कहा कि लोग अनाज के अलावा डेयरी व्हाइटनर, बेबी फूड, सेनेटरी पैड, डायपर और रेडी टू ईट फूड बड़ी मात्रा में खरीद रहे हैं।राज्य की राजधानी में छात्रों ने पुस्तक और स्टेशनरी स्टोर से बड़ी मात्रा में खरीददारी की।कक्षा 9 की छात्रा अलीशा सिद्दीकी ने कहा, हम लोग ऑनलाइन क्लास ले रहे हैं और यह अगले दो-तीन महीनों तक चलने वाला है, इसलिए हम अपनी जरूरत की किताबें खरीद रहे हैं।
गृहिणी श्यामली रॉय ने कहा, हम आवश्यक उपयोग के सामान यहां तक कि शैंपू, साबुन, टूथपेस्ट, होजरी के सामान और स्नैक्स खरीद रहे हैं, ताकि फिर लॉकडाउन होने से घर में कोई समस्या पैदा न हो। हमें पता है कि लॉकडाउन में किन चीजों की अधिक जरूरत होगी।
अधिकांश बैंकों में भी ग्राहकों की भीड़ देखने को मिली।एक निजी बैंक के जूनियर एक्जीक्यूटिव गौरव ने कहा, हमारे यहां कई ग्राहक पैसे निकालने के लिए आए थे, जबकि पैसा जमा करने वालों की संख्या बहुत कम थी।इस बीच, सरकार के प्रवक्ता ने कहा कि सोशल मीडिया पर एक और लॉकडाउन की अफवाह फैल रही है, हम नजर रखे हुए हैं। उन्होंने कहा, हम पूरी तरह से तैयार हैं और घबराने की जरूरत नहीं है। अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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ध्यान रखें की प्रॉपर्टी RERA अप्रूव्ड हो
कोई भी प्रॉपर्टी खरीदने से पहले इस बात का ध्यान रखे कि वो भारतीय रियल एस्टेट इंडस्ट्री के रेगुलेटर RERA से अप्रूव्ड हो। रियल एस्टेट रेगुलेशन एंड डेवेलपमेंट एक्ट, 2016 (RERA) को भारतीय संसद ने पास किया था। RERA का मकसद प्रॉपर्टी खरीदारों के हितों की रक्षा करना और रियल एस्टेट सेक्टर में निवेश को बढ़ावा देना है। राज्य सभा ने RERA को 10 मार्च और लोकसभा ने 15 मार्च, 2016 को किया था। 1 मई, 2016 को यह लागू हो गया। 92 में से 59 सेक्शंस 1 मई, 2016 और बाकी 1 मई, 2017 को अस्तित्व में आए। 6 महीने के भीतर केंद्र व राज्य सरकारों को अपने नियमों को केंद्रीय कानून के तहत नोटिफाई करना था।