तेलंगाना में नशीली पदार्थो पर अंकुश लगाने के लिए स्पेशल सेल का गठन होगा
डिजिटल डेस्क, हैदराबाद)। तेलंगाना में राज्य में बढ़ते मादक द्रव्यों के खतरे को रोकने के लिए महानिदेशक स्तर के एक अधिकारी की अध्यक्षता में एक स्पेशल सेल का गठन किया जाएगा। मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने पुलिस और आबकारी विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक में यह फैसला लिया है।
मुख्यमंत्री चाहते थे कि शिक्षण संस्थानों पर विशेष निगरानी रखी जाए। उन्होंने अधिकारियों को राज्य की सीमाओं पर चेक पोस्ट की संख्या बढ़ाने, संचार नेटवर्क को मजबूत करने और आवश्यक वाहन उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। वह चाहते थे कि खुफिया विभाग इसके लिए एक विशेष विंग बनाए।
उन्होंने आबकारी आयुक्त सरफराज अहमद को प्रवर्तन विंग और उड़नदस्तों को मजबूत करने के निर्देश दिए हैं। सीएम ने अधिकारियों से राज्य में अफीम और गांजे की खेती और उनकी खपत को खत्म करने को कहा है। उन्होंने रिपोर्टों के साथ कहा कि भांग (गांजा) का उपयोग बढ़ रहा है। राव ने अधिकारियों को गांजा उत्पादन को पूरी तरह से समाप्त करने के लिए एक व्यापक कार्य योजना तैयार करने का निर्देश दिए हैं। सीएम ने बैठक में कहा कि गांजे की खेती को खत्म करने में अच्छे परिणाम प्राप्त करने में मदद करने वाले अधिकारियों को नकद पुरस्कार और विशेष पदोन्नति दी जाएगी।
उन्होंने सुझाव दिया कि पुलिस अधिकारी देश में उन जगहों का अध्ययन करें, जहां गांजे की खेती को प्रभावी ढंग से नियंत्रित किया गया था। उन्होंने अधिकारियों से कहा, पुलिस और आबकारी विभाग को तालमेल बनाकर काम करना चाहिए और इस बुराई को पूरी तरह से खत्म कर राज्य की प्रतिष्ठा को बढ़ाना चाहिए। राज्य में भांग के बीज भी नहीं मिलने चाहिए। हमारे राज्य को नशा मुक्त राज्य बनाएं।
उन्होंने कहा, अगर नशीली दवाओं के खतरे को खत्म नहीं किया गया, तो यह सब बेकार हो जाएगा। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि जब राज्य विकास में तेजी से प्रगति कर रहा है, प्रतिबंधित दवाओं की उपलब्धता में वृद्धि हुई है। सीएम ने कहा, इस रिपोर्ट के आधार पर स्थिति का आकलन किया जा सकता है कि अलग-अलग युवा व्हाट्सएप ग्रुप बना रहे हैं। संदेशों का आदान-प्रदान कर रहे हैं और ड्रग्स ले रहे हैं।
मासूम युवा ड्रग पेडलर्स के शिकार हो रहे हैं। प्रतिबंधित दवाओं के उपयोग के कारण युवाओं की मानसिक स्थिति को नुकसान पहुंचा है और इससे उनमें से कुछ आत्महत्या कर सकते हैं। नशामुक्ति एक जटिल और लंबी प्रक्रिया है। इसे नियंत्रित करने के लिए सरकार आपको कुछ भी प्रदान करने के लिए तैयार है। गांजा माफिया का सफाया करें और अपराधियों को नहीं बख्शें, चाहे वे कोई भी हों।
उन्होंने कहा कि राज्य में अवैध शराब और ताश खेलने के क्लब फिर से फल-फूल रहे हैं। उन्होंने अधिकारियों से इसके खिलाफ कड़े कदम उठाने को कहा है। गृह मंत्री महमूद अली, आबकारी मंत्री वी. श्रीनिवास गौड़, पूर्व मंत्री कदीम श्रीहरि, सरकार के मुख्य सलाहकार राजीव शर्मा, मुख्य सचिव सोमेश कुमार, सलाहकार (गृह विभाग) अनुराग शर्मा, डीजीपी एम महेंद्र रेड्डी, सीएम प्रमुख सचिव एस. नरसिंह राव और अन्य अधिकारी बैठक में भाग लिया।
आईएएनएस
Created On :   20 Oct 2021 10:30 PM IST