यूपी के काशी विश्वनाथ धाम में ऑनलाइन दुकान बेचने में घोटाले के आरोप में दो गिरफ्तार

Two arrested for scam in selling online shop in UPs Kashi Vishwanath Dham
यूपी के काशी विश्वनाथ धाम में ऑनलाइन दुकान बेचने में घोटाले के आरोप में दो गिरफ्तार
फर्जी विज्ञापन यूपी के काशी विश्वनाथ धाम में ऑनलाइन दुकान बेचने में घोटाले के आरोप में दो गिरफ्तार

डिजिटल डेस्क, वाराणसी। वाराणसी पुलिस ने काशी विश्वनाथ धाम क्षेत्र में दुकानों की बिक्री के लिए सोशल मीडिया पर फर्जी विज्ञापन पोस्ट करने के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया है, हालांकि परियोजना अभी भी पूरी नहीं हुई है। जेल भेजे गए दोनों आरोपियों के साथियों की पुलिस तलाश कर रही है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, काशी विश्वनाथ मंदिर ट्रस्ट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुनील वर्मा को फर्जी विज्ञापनों की जानकारी दी गई, जिसके बाद उन्होंने प्राथमिकी दर्ज कराई।

वाराणसी के पुलिस आयुक्त सतीश गणेश ने कहा कि हमारी टीम ने आरोपी शशिकांत चौरसिया और उसके साथी रत्न शेखर को रविवार को गिरफ्तार कर लिया गया, जिन्होंने खुद को बीजेपी पदाधिकारी बताया था।

दोनों को जेल भेज दिया गया है, जबकि उनके साथियों की तलाश शुरू कर दी गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट काशी विश्वनाथ धाम क्षेत्र में दुकानों का निर्माण प्रस्तावित है, लेकिन अभी तक कोई आवंटन शुरू नहीं हुआ है क्योंकि परियोजना अभी भी पूरी नहीं हुई है।चौरसिया ने अपने फेसबुक पेज पर फर्जी विज्ञापन पोस्ट किए थे। टेंपल ट्रस्ट के सीईओ सुनील वर्मा ने कहा कि कुछ अधिकारियों ने चौरसिया का विज्ञापन देखा, जिसमें कहा गया था कि दुकानें सीमित संख्या में उपलब्ध हैं और प्रत्येक दुकान की कीमत 70 लाख रुपये थी। दुकानों में रुचि रखने वालों को जल्द से जल्द संपर्क करने के लिए कहा गया था।

वर्मा ने शिकायत दर्ज कराई जिसके बाद दशाश्वमेध पुलिस ने मामले की जांच शुरू की। दशाश्वमेध के सहायक पुलिस आयुक्त अवधेश कुमार पांडे ने कहा कि आरोपी ने कुछ दुकानों के सौदे को अंतिम रूप भी दे दिया था। यह पता लगाने के लिए जांच की जा रही है कि इन सौदों में पैसे का कोई लेन-देन तो नहीं किया गया। पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि क्या आरोपी ने 35 लाख रुपये लिए थे क्योंकि विज्ञापन में कहा गया था कि खरीदारों को लागत का 50 प्रतिशत का अग्रिम भुगतान करना होगा। दुकान आवंटन के संबंध में जिलाधिकारी के नाम फर्जी प्रमाण पत्र प्रस्तुत करने के आरोप में आरोपी युगल का एक और साथी पुलिस की रडार पर है।

आरोपियों में से एक रत्ना शेखर ने काशी क्षेत्र इकाई के भाजपा उपाध्यक्ष के रूप में खुद को पेश किया। अपने फेसबुक प्रोफाइल पर, चौरसिया ने एक रियल एस्टेट व्यापारी के रूप में खुद को लॉयन ग्रुप नामक एक फर्म के मालिक के रूप में पेश किया था।

आईएएनएस

Created On :   27 Sep 2021 12:30 PM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story