Apara Ekadashi Upay 2025: जीवन के कष्ट होंगे दूर और खुशियों की आएगी बहार, बस अपरा एकादशी पर कर लें ये उपाय

- यह दिन भगवान विष्णु को समर्पित है
- यह व्रत 23 मई के दिन रखा जाएगा
- पीपल के पेड़ की पूजा की जाती है
डिजिटल डेस्क, भोपाल। हिन्दू पंचांग के तीसरे माह ज्येष्ठ में आने वाली एकादशी का विशेष महत्व बताया गया है। इस एकादशी को अपरा एकादशी (Apara Ekadashi) और अचला एकादशी (Achala Ekadashi) के नाम से जाना जाता है। इस दिन जगत के पालनकर्ता भगवान विष्णु और धन की देवी माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है। इसके अलावा ज्योतिषियों ने अपरा एकादशी के दिन कुछ विशेष उपाय बताए हैं, जिन्हें करने से व्यक्ति को भगवान श्री हरि की कृपा प्राप्त होती है और जीवन में आने वाले सभी तरह के कष्टों से मुक्ति दिलाता है। इस वर्ष यह व्रत 23 मई के दिन रखा जाएगा। आइए जानते हैं इन उपायों के बारे में...
पीपल के पेड़ के नीचे दीपक जलाएं
धार्मिक दृष्टि से पीपल के पेड़ का काफी महत्व है। ऐसा कहा जाता है कि, इसमें कई देवी-देवताओं का वास होता है। ऐसे में आप अपरा एकादशी के दिन पीपल के पेड़ के नीचे दीपक जलाएं। ऐसा करने से भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं और आशीर्वाद प्रदान करते हैं। इससे समस्याओं से छुटकारा मिलता है और जीवन सुखमय होता है।
108 बार मंत्र का जाप करें
अपरा एकादशी के दिन सुबह स्नान करने के बाद तुलसी के पेड़ के पास में बैठें और तुलसी की माला से ऊं नमो भगवते वासुदेवाय नम: मंत्र का जप करें। आपको जप कम से कम 108 बार करना है। जप करने के बाद तुलसी की मिट्टी से तिलक करें। ऐसा करने से श्रीहरि की कृपा मिलती है धन- धान्य में वृद्धि के योग बनते हैं।
केले के पेड़ की पूजा करें
अपरा एकादशी के दिन केले के पेड़ की पूजा करना चाहिए। साथ ही भगवान विष्णु को केसर मिला दूध अर्पित करें। इसके बाद आप इसे प्रसाद के रूप में खुद भी पिएं। ऐसा करने से यदि आपके जीवनसाथ के साथ किसी तरह के मतभेद हैं तो वे खत्म हो जाएंगे और आपके रिश्ते में मिठास आएगी।
श्रीहरि को खीर का भोग लगाएं
अपरा एकादशी के दिन भगवान विष्णु को खीर का भोग लगाना चाहिए। ध्यान रहे भोग में तुलसी पत्र अवश्य शामिल करें। ऐसा करने से आपको श्रीहरि के साथ माता लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है और आपके परिवार के लोगों की तरक्की होती है और धन- संपदा आने के योग बनेते हैं।
जरुरतमंदों को अन्न दान करें
अपरा एकादशी के दिन दान का काफी महत्व है। ऐसे में आप इस दिन जरुरतमंदों को अपनी क्षमतानुसार अन्न दान करें। चूंकि, ज्येष्ठ के महीने में गर्मी अधिक होती है ऐसे में आप पानी का पात्र, फल या छाता और पंखे जैसी चीजों का दान भी कर सकते हैं। इससे घर में खुशियां आती हैं।
डिसक्लेमरः इस आलेख में दी गई जानकारी अलग अलग किताब और अध्ययन के आधार पर दी गई है। bhaskarhindi.com यह दावा नहीं करता कि ये जानकारी पूरी तरह सही है। पूरी और सही जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ (ज्योतिष, वास्तुशास्त्री) की सलाह जरूर लें।
Created On :   21 May 2025 6:16 PM IST