पूजा में कलश स्थापना और हवन करते समय रखें इन बातों का ध्यान

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। हिंदू धर्म में पूजा से संबंधित बहुत सी महत्वपूर्ण बातों को बताया गाया है। कहा जाता है कि घर में सुख शांति को बनाए रखने के लिए लोगों को नियमित रूप ने पूजा करना जाहिए, जिससे भगवान की कृपा हमेशा बनी रहती है। पूजा में कलश स्थापना और यज्ञ या हवन का भी काफी महत्व है। ऐसा माना जाता है कि, पूजा यज्ञ या हवन के बिना अधूरी होती है। तो आइए जानते हैं पूजा में कलश स्थापना और यज्ञ की विधि...
कलश स्थापाना
कलश में सभी देवी- देवतओं और तीर्थों का वास होता है, इसे मंगल कामनाओं का प्रतीक माना जाता है। किसी भी पूजा में कलश की स्थापना से सभी देवी- देवता प्रसन्न होते हैं। लेकिन कलश की स्थापना किस दिश में करना शुभ है, तो ज्योतिष के अनुसार कलश को पूजा के दौरान उत्तर- पूर्व दिश में रखना जाहिए।
कलश स्थापना करने से पहले जमीन पर रोली से अष्टदल कमल बनाएं और उस पर रखें।
कलश पर आम के पत्ते और उसके मुख पर नारियल रख दें। नारियल के लाल कपड़े में लपेट कर रखें और कलश को पंचोपचर से पूजा करें।
हवन विधि
पूजा में यज्ञ- हवन का विशेष महत्व है। शास्त्रों में कहा गाया है कि यज्ञ करने से वातावरण शुद्ध होता है। सबसे पहले आटे से रंगोली बनाएं और इसके ऊपर हवन कुंड को रखें। हवन में आहुति देते समय मंत्रों का पाठ करें और कम से कम 108 बार आहुति दें।
हवन करते समय इन मंत्रों के साथ दें आहुति-
ऊं आग्नेय नम: स्वाहा
ऊं गणेशाय नम: स्वाहा
ऊं गौरियाय नम: स्वाहा
ऊं नवग्रहाय नम: स्वाहा
ऊं दुर्गाय नम: स्वाहा
ऊं महाकालिकाय नम: स्वाहा
ऊं हनुमते नम: स्वाहा
ऊं भैरवाय नम: स्वाहा
ऊं कुल देवताय नम: स्वाहा
ऊं न देवताय नम: स्वाहा
ऊं ब्रह्माय नम: स्वाहा
ऊं विष्णुवे नम: स्वाहा
ऊं शिवाय नम: स्वाहा
ऊं जयंती मंगलाकाली, भद्रकाली कपालिनी दुर्गा क्षमा शिवाधात्री स्वाहा
स्वधा नमस्तुति स्वाहा।
ऊं ब्रह्मा मुरारी त्रिपुरांतकारी भानु: शशि भूमि सुतो बुधश्च: गुरुश्च शुक्र शनि राहु केतव सर्वे ग्रहा शांति करा भवंतु स्वाहा।
ऊं गुरुर्ब्रह्मा, गुरुर्विष्णु, गुरुर्देवा महेश्वर: गुरु साक्षात् परब्रह्मा तस्मै श्री गुरुवे नम: स्वाहा।
ऊं शरणागत दीनार्त परित्राण परायणे, सर्व स्थार्ति हरे देवि नारायणी नमस्तुते।
डिसक्लेमरः इस आलेख में दी गई जानकारी अलग अलग किताब और अध्ययन के आधार पर दी गई है। bhaskarhindi.com यह दावा नहीं करता कि ये जानकारी पूरी तरह सही है। पूरी और सही जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ (ज्योतिष/वास्तुशास्त्री/ अन्य एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें।
Created On :   27 May 2023 5:21 PM IST