कुंभ संक्रांति 12 फरवरी को, इस दिन मिलेगा दान का विशेष पुण्य

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। हर दिन एवं पर्व का अपना अलग ही महत्व है। ठीक वैसे ही कुंभ संक्रांति का भी महत्व है, जो कि इस बार 12 फरवरी 2018 को है। फाल्गुन कृष्ण द्वितीया तिथि की यह संक्रांति अनेक पापों का प्रायश्चित एवं नाश करने वाली बतायी गई है। इस दिन पुण्य सलिलाओं में स्नान का पुण्य फल प्राप्त होता है। इस दिन का पुराणें में बेहद महत्व बताया गया है।
विशेष महत्व
वर्षभर में 12 संक्रांतियों का आगमन होता है। संक्रांति की इन विशेष तिथियों पर दान-पुण्य का अत्यधिक महत्व माना गया है। सभी संक्रांतियों में मकर संक्रंाति श्रेेष्ठ मानी गई है, किंतु मकर संक्रांति के पश्चात सूर्य-कुंभ संक्रांति का विशेष महत्व है। इस दिन ब्रम्ह मुहूर्त में उठकर सूर्य देव को अघ्र्य देना चाहिए। ऐसा करने से जीवन के अनेक दोषों का नाश होता है।
दान का मिलेगा लाभ
दान देने से पुण्य तो मिलता है साथ ही अंतकाल में उत्तम धाम की भी प्राप्ति होती है। यदि इस दिन बीज मंत्र का जाप किया जाए तो मानव के दुखों का शीघ्र ही निवारण होता है। आदित्य हृदय स्रोत भगवान आदित्य को प्रसन्न करने वाला बताया गया है। सूर्यदेव सभी राेगाें का नाश करने वाले बताए गए हैं। यदि इस दिन विधि विधान से पूजन किया जाए ताे किसी प्रकार का राेग पीडि़त नही करता। साथ ही भगवान आदित्य के आशीर्वाद से जीवन के अनेक दोषाें का नाश हाेता है एवं प्रतिष्ठा प्राप्त हाेती है।
संक्रांति का पुण्यकर्म और मुहूर्त
वैसे तो इस दिन संगम में स्नान का पुण्य है, किंतु यदि किसी भी पुण्य सलिला में स्नान कर गौ अर्थात गाय का दान किया जाए तो भगवान विष्णु के चरणों में स्थान प्राप्त होता है। कुंभ संक्रांति पर गाय का दान अत्यंत ही लाभकारी एवं पुण्यदायी बताया गया है। 12.35 बजे से 18.05 बजे तक कुंभ संक्रांति का पुण्य काल या मुहूर्त बताया जा रहा है।

Created On :   26 Jan 2018 9:29 AM IST