राहुकाल, आपको गंभीर परेशानियों में डाल सकता है यह समय

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। शुभ कार्यों के प्रारंभ करने में काल, मुहूर्त अवश्य ही देखा जाता है। ज्योतिष शास्त्र में शुभ घड़ी के लिए ग्रह नक्षत्र इत्यादि सब देखे जाते हैं, किंतु इसमें सबसे अधिक कुछ देखा जाता है तो वह है राहुकाल। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार किसी भी काम की शुभता के लिए इसका बहुत महत्व है। ऐसा भी बताया जाता है कि राहुकाल में किए कार्य पर राहु अपनी कू-दृष्टि अवश्य ही डाल देता है। जिससे जातक बड़ी मुसीबत में पड़ सकता है।
प्रत्येक वार को अलग-अलग समय
दिन और तिथि के अनुसार राहुकाल का स्थान अलग-अलग होता है, किंतु जहां भी यह प्रभावी रहता है उस दशा से सावधान रहने के लिए कहा जाता है। प्रत्येक वार को अलग समय में राहुकाल शुरू होता है और उसी के अनुसार अपना प्रभाव डालता है। ज्योतिष शास्त्र इस घड़ी में शुभकार्यों को पूर्णतः वर्जित मानता है।
सुबह, दोपहर या शाम, सूर्यास्त से पूर्व
राहुकाल सूर्यास्त से पूर्व ही पड़ता है। सामान्यतः यह सुबह, दोपहर या शाम कभी भी हो सकता है। इसका समय डेढ़ घंटे होता है। यज्ञ, हवन, नवीन मकान का उद्घाटन, गृह प्रवेश, विवाह की बात, नवीन वाहन की खरीदी इत्यादि कार्य वर्जित माने गए हैं।
विशेषज्ञ से ले सकते हैं मार्गदर्शन
आमतौर पर राहुकाल का समय कैलेण्डर में होता है, किंतु यदि ऐसा नही है तो किसी भी शुभ कार्य के पूर्व विशेषज्ञ से मार्गदर्शन लेकर ही आपको राहुकाल का समय जानना चाहिए। इस काल के उपरांत ही शुभ कार्य उत्तम माने गए हैं।
आने लगते हैं विपरीत परिणाम
ज्योतिषशास्त्र में बताया गया है कि राहु क्रूर ग्रह है। यह अपना नकारात्मक प्रभाव जल्दी ही डाल देता है। अतः राहुकाल में किए गए कार्यों के विपरीत परिणाम आने की संभावनाएं अधिक होती है। अनेक बार तो जातक गंभीर समस्याओं में भी फंस जाते हैं। ऐसे में सड़क दुर्घटनाएं हाेने की आशंका अधिक होती है।
Created On :   6 Feb 2018 9:10 AM IST