16 मई से 13 जून तक अधिकमास, थम जाएंगे मांगलिक कार्य

adhikmaas started from 16 may to 13 june, Mangal work will stop
16 मई से 13 जून तक अधिकमास, थम जाएंगे मांगलिक कार्य
16 मई से 13 जून तक अधिकमास, थम जाएंगे मांगलिक कार्य

डिजिटल डेस्क,नागपुर।  इस बार ज्येष्ठ अधिकमास के कारण मई में 11 और 12 को विवाह के मुहूर्त हैं। इसके बाद 16 मई से 13 जून तक अधिकमास के कारण विवाह आदि मंगल कार्य थम जाएंगे। 19 जून से विवाह के मुहूर्त शुरू होंगे, जो 10 जुलाई तक रहेंगे। 

ज्येष्ठ अधिकमास है इस बार


इस साल ज्येष्ठ अधिकमास है। इसमें प्रतिष्ठा, कर्म, विवाह आदि मंगल कार्य वर्जित हैं। व्रत, दान, उपवास, पारायण आदि कार्य का अक्षय पुण्य मिलता है। ऐसे में विवाह आदि मंगल कार्य नहीं होंगे। मई में भी विवाह के अब सिर्फ दो मुहूर्त 11 और 12 मई के हैं। गिरधारीलाल पालीवाल के अनुसार 10 जुलाई तक विवाह के मुहूर्त हैं। 23 जुलाई से 19 नवंबर तक देवशयनकाल रहेगा। देवउठनी एकादशी के साथ विवाह के मुहूर्त शुरू हो जाते हैं, लेकिन 17 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक शुक्र का तारा अस्त रहेगा। वहीं, गुरु का तारा 12 नवंबर से अस्त हो जाएगा, जो 7 दिसंबर को उदित होगा। 16 दिसंबर से मलमास लग जाएगा, जो 14 जनवरी तक रहेगा। ऐसे में विवाह के मुहूर्त अगले साल मकर संक्रांति के बाद ही हैं। 

13 दिसंबर को विवाह का आखिरी मुहूर्त 


पंडितों के अनुसार 23 जुलाई से 19 नवंबर तक देवशयनकाल रहेगा। देवउठनी एकादशी के साथ विवाह के मुहूर्त शुरू हो जाते हैं, लेकिन 17 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक शुक्र का तारा अस्त रहेगा। वहीं, गुरु का तारा 12 नवंबर से अस्त हो जाएगा, जो 7 दिसंबर को उदित होगा। 12 तथा 13 दिसंबर को विवाह के मुहूर्त है। 13 दिसंबर को इस साल विवाह का आखिरी मुहूर्त है। 16 दिसंबर से मलमास लग जाएगा, जो 14 जनवरी तक रहेगा। ऐसे में विवाह के मुहूर्त अगले साल मकर संक्रांति के बाद ही हैं। 

 

विवाह के शुभ मुहूर्त 

 


मई   9, 11, 12 
जून  18, 19, 20, 21, 22, 23, 25, 28, 29 
जुलाई   2, 5, 6, 7, 10, 15 
दिसंबर  12, 13


(पंडितों के अनुसार विवाह के शुद्ध मुहूर्त की तारीखें। हालांकि अलग-अलग पंचांगों ने अलग-अलग विवाह के मुहूर्त दिए हैं।)
 

Created On :   9 May 2018 1:45 PM IST

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