84 साल बाद आज फिर बना महासंयोग तिथि, वार और अंग्रेजी तारीख एक समान

84 साल बाद आज फिर बना महासंयोग तिथि, वार और अंग्रेजी तारीख एक समान
84 साल बाद आज फिर बना महासंयोग तिथि, वार और अंग्रेजी तारीख एक समान
84 साल बाद आज फिर बना महासंयोग तिथि, वार और अंग्रेजी तारीख एक समान

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। एक फरवरी को माघ माह की तिल द्वादशी, दिन शुक्रवार है। आज चंद्र देव, धनु राशि और भगवान सूर्यनारायण मकर राशि में है। इसके अलावा सूर्य व बुध मकर राशि में हैं। इसे संयोग ही माना जाएगा कि ठीक 84 साल पहले एक फरवरी को भी तिथि, वार और शनि व बुध ग्रह की स्थिति भी वैसी थी, जैसी इस एक फरवरी को है। ज्योतिषियों का मत है कि अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार फरवरी में हर चार वर्ष में लीप ईयर आता है। यानी सोमवार से लेकर रविवार तक सभी वार चार-चार होते हैं, लेकिन तिथि और तारीख भी एक समान हो ऐसा करीब सौ वर्ष में किसी माह में एक बार होता है।

दो ग्रहों की स्थिति भी समान
पंचांगानुसार ठीक ऐसी ही स्थिति 1 फरवरी 1935 को थी, जब माह, तिथि व वार इसी तरह समान थे। अब इसके बाद ऐसा संयोग वर्ष 2103 में बन सकता है। एक फरवरी को माह, तिथि व दो ग्रहों की स्थिति भी समान है। वैसे इस समय 2058 और 2097 में भी एक फरवरी को तिथि व वार समान रहेंगे, पर ग्रहों की स्थिति ऐसी नहीं रहेगी।

ग्रहों के मंत्री 
ग्रहों के मंत्री शुक्र ग्रह को माना जाता है। ये धन,वैभव,कला के स्वामी हैं। शुक्रदेव वायु तत्व प्रधान देवता हैं। शुक्र देव वृषभ और तुलाराशि के स्वामी हैं। शुक्र ग्रह व्यक्ति को शारीरिक और आत्मिक बल प्रदान करते हैं। शुक्र प्रधान जातक निर्णायक, नायक,कलाकार ,नायक और बिद्धिमान होते हैं। 

सोमवती अमावस्या
माघ मास की सोमवती अमावस्या 4 फरवरी 2019 सोमवार को मनाई जाना है। इसे मौनी अमावस्या भी कहा जाता है और इस बार माघी पूर्णिमा 19 फरवरी को रहेगी। इस बार माघ माह की अमावस्या और पूर्णिमा दोनों पर सर्वार्थ सिद्धि योग रहेगा। विशेष बात यह है कि अमावस्या पर सूर्य, चंद्र, बुध व केतु यह चारों ग्रह मकर राशि में रहेंगे। यह चतुर्ग्रही योग इस दिन की शुभता में वृद्धि कारक रहेगा। 
ज्योतिष विशेषज्ञों के अनुसार सर्वार्थ सिद्धि योग वाले यह दोनों दिन क्रय-विक्रय से लेकर अनेक धार्मिक अनुष्ठान के लिए श्रेष्ठ रहेंगे। 

वसंत पंचमी
वसंत पंचमी 10 फरवरी को है। इस दिन मां सरस्वती का प्राकट्योत्सव मनाया जाता है। संयोगवश इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग के साथ ही इस दिन रेवती व अश्विन नक्षत्र का एक ही दिन में होना शुभकारी रहेगा। रेवती नक्षत्र शाम 4.27 तक रहेगा, इसके बाद अश्विन नक्षत्र रहेगा।

Created On :   1 Feb 2019 12:00 PM IST

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