बौद्ध, जैन और हिंदू तीनों ही धर्मों की आस्था प्रकट करता है ये स्थान

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत देश में अनोखे स्थानों की कमी है और ना ही अनोखे लोगों की। अद्भुत और अजब-गजब आस्थाओं से भरपूर यहां मंदिर भी देखने मिल जाते हैं। आज हम आपको एक ऐसे ही मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं। इस मंदिर बारे में कहा जाता है कि यहां ऋषि मुनि तप किया करते थे। ये बड़ी-बड़ी चट्टानों को काटकर बनाया गया है। यहां हम बात कर रहे हैं अजंता.एलोरा की गुफाएं जो महाराष्ट्र के औरंगाबाद शहर के समीप स्थित हैं।
5 प्रार्थना भवन और 25 बौद्ध मठ
इसके बारे में कहा जाता है कि यहां कभी ऋषि-मुनि तप और ध्यान करते थे। सह्याद्रि की पहाड़ियों पर स्थित इन 30 गुफाओं में लगभग 5 प्रार्थना भवन और 25 बौद्ध मठ हैं जो अपने आप में ही बेहद अलौकिक हैं। यहां करीब 29 गुफाएं अजंता व 34 एलोरा में मौजूद हैं। इन्हीं गुफाओं को लेकर तरह-तरह के रहस्यों को प्रायः ही सामने लाया जाता है।
चट्टानों को काटकर बनाए गए
बताया जाता है कि ये 29 चट्टानों को काटकर बनाए गए हैं। इन पर अब भी शोध किया जा रहा है। यहां बौद्ध धर्म से सम्बन्धित बहुत ही अनाेखे चित्रण एवं शिल्पकारी के उत्कृष्ट नमूने मिलते हैं। इनके साथ ही सजीव चित्रण भी मिलते हैं। इन्हें देखकर किसी काे भी आश्चर्य हो सकता है।
अद्भुत आस्था का प्रतीक
इनमें हिन्दू, जैन और बौद्ध तीनों ही धर्मों के प्रति आस्था दर्शायी गई है। दक्षिण की ओर 12 गुफाएं बौद्ध धर्म महायान संप्रदाय के अनुसार, मध्य की 17 गुफाएं हिन्दू धर्म एवं इसी प्रकार उत्तर की 5 गुफाएं जैन धर्म के प्रति आस्था प्रकट करती हैं। यह स्थान अनेक रहस्यों को उजागर कर चुका है। कहा जाता है कि कभी यहां ऋषि मुनि गुप्त तप करने आया करते थे। इसी वजह से भी ये गुफाएं लोगों की आस्था का केंद्र है।
Created On :   21 Feb 2018 2:28 PM IST