स्नानदान अमावस्या आज, आपको धनलाभ कराएगा कड़वे तेल का ये उपाय

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। फाल्गुन माह कृष्ण पक्ष में अमावस्या को बड़ी अमावस्या स्नान दान अमावस्या भी कहा जाता है। इसका मुख्य कारण इसका महाशिवरात्रि के बाद आना है। महाशिवरात्रि शिव-पार्वती के विवाह का दिन माना गया है। ऐसे में इस विशेष दिन अर्थात चतुर्थी के ठीक एक दिन बाद यह आती है। इसलिए इसका महत्व भी अधिक है। इस बार अमावस्या 15 फरवरी 2018 को है। यहां हम आपको अमावस्या के दिन के कुछ ऐसे उपाय बताने जा रहे हैं जिसके जरिए आप शिव, भगवान विष्णु की पूजा करने के साथ ही शनि को प्रसन्न करने का उपाय भी कर सकते हैं। यहां हम आपको कुछ ऐसे ही उपाय बताने जा रहे हैं...
यह अमावस्या विशेष फलदायी होती है। तंत्र शास्त्र के अनुसार यदि इस दिन विधि-विधान का सही तरीके से पालन किया जाए तो लक्ष्मी का आगमन निश्चित है।
-अमावस्या पर पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल से दीपक जलाएं। पेड़ की परिक्रमा करें और प्रार्थना करें। पीपल में विभिन्न देवताओं का वास माना गया है।
-संध्याकाल में शिव मंदिर में पूजन करें। इससे पूर्व भगवान शिव का प्रातः काल कच्चे दूध, दही से अभिषेक करें और उन्हें काले तिले अर्पित करें।
-पीले रंग का ध्वज भगवान विष्णु के मंदिर में अर्पित करें। उनसे अपने कष्टों को दूर करने की प्रार्थना करें। इस विधि से भगवान विष्णु प्रसन्न हाेंगे आैर निश्चित ही आपको लाभ होगा।
-अमावस्या पर शनिदेव की भी पूजा होती है। अतः आप शनि मंदिर में नीले पुष्प, काले तिल, उड़द, कड़वा तेल, काले कपड़े का भी दान कर सकते हैं।""ऊं शं शनैश्चराय नम:"" इस "मंत्र का जाप करने से आपके सभी कष्ट दूर होंगे। अमावस्या पर ब्रम्हमुहूर्त में या दान से पूर्व पवित्र नदी में स्नान कर अन्न का दान गरीबों को करें। किसी भूखे को भोजन कराएं। यह उपाय भी आपके घर में लक्ष्मी को आमंत्रित करता है।
Created On :   13 Feb 2018 12:23 PM IST