तंत्र साधना के लिए मशहूर ,मां चंडी आरती में हर रोज शामिल होते हैं ये 4 'भालू'

Bear family joins Chandi Aarti every day  with children
तंत्र साधना के लिए मशहूर ,मां चंडी आरती में हर रोज शामिल होते हैं ये 4 'भालू'
तंत्र साधना के लिए मशहूर ,मां चंडी आरती में हर रोज शामिल होते हैं ये 4 'भालू'

डिजिटल डेस्क, महासमुंद। माता के अनेक भक्त आने देखे होंगे, लेकिन ऐसे भक्तों को देखकर आप आश्चर्य में पड़ जाएंगे। घुंचापली नामक गांव की पहाड़ियों पर बने चंडी माता के मंदिर एक 4 भालू (माता-पिता आैर दो बच्चे) यहां हर रोज आरती में शामिल होने के लिए आता है... 

छत्तीसगढ़ के जिले महासमुंद के बागबहरा नामक जगह से करीब 5 किलोमीटर अंदर चलने पर जंगलों के बीच में माता चंडी देवी का प्राचीन मंदिर है। पहले यह मंदिर तंत्र साधना के लिए मशहूर था। यह मंदिर करीब डेढ़ सौ वर्ष पुराना है और यहां पर देवी की प्रतिमा स्वयं-भू है।

देवी के दर्शन
चंडी माता के इसी मंदिर में भालुओं का परिवार मां के दर्शन के लिए आना।  इस मंदिर में देवी के दर्शन के लिए आने वाले भालू एक पालतू जानवर के सामान ही मंदिर में आते हैं। ये आरती में शामिल किसी भी दूसरे भक्त को नुकसान नहीं पहुंचाते।

जामवंत परिवार
भालुओं के बारे में कहा जाता है कि जैसे ही चंडी माता की आरती शुरू होती है जंगल से भालू परिवार आ जाता है। नर गेट पर खड़ा होता है और मादा बच्चों के साथ अंदर आ जाती है। ये पूरी आरती में सम्मलित रहते हैं और बाद में प्रसाद ग्रहण वापस जंगल चले जाते हैं। भालू परिवार एक साथ माता की परिक्रमा करता है। स्थानीय लोग इन्हें जामवंत परिवार का मानते हैं। 

Created On :   4 Aug 2017 12:09 PM IST

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