'दिवाली' की रात मां 'लक्ष्मी-गणेश' के पूजन में शामिल करें ये जरूरी चीजें...

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। 19 अक्टूबर को दिवाली की तैयारियां जोरों से शुरू हो गई हैं। हर ओर साफ-सफाई का माहौल भी देखने मिल रहा है। सर्वविदित है कि मां लक्ष्मी को कमल का फूल अतिप्रिय है। इसलिए दिवाली पूजन में इसका उपयोग अनिवार्य रूप से किया जाता है, लेकिन इसके अतिरिक्त भी कुछ चीजें हैं, जिनका पूजन में उपयोग करने से देवी लक्ष्मी की कृृपा बरसती है।
जरूरी चीजें
मां लक्ष्मी की पूजा में फूल, पांच सुपारी, लौंग, पान के पत्ते, घी, कलावा, रोली, सिंदूर, कुमकुम, इत्र, दीपक, रूई, आरती की थाली, एक नारियल, अक्षत, लाल वस्त्र , कलश, कलश के लिए आम का पल्लव, चौकी, समिधा, हवन कुण्ड, हवन सामग्री, कमल गट्टे, पंचामृत (दूध, दही, घी, शहद, गंगाजल), फल, बताशे, मिठाईयां, पूजा में बैठने हेतु आसन, हल्दी, पान, अगरबत्ती, कुशा, रक्त चंदन, श्रीखंड चंदन पूजन सामग्री का इस्तेमाल करना चाहिए। मां लक्ष्मी को इस दिन लाल वस्त्र जरूर पहनाएं।
ऐसे करें पूजा
दिवाली की रात पूजन शुरू करने से पहले पूजन स्थान पर पहले रंगोली बनाएं। उसके बाद चौकी को धोकर उस रंगोली पर रखें। चौकी के चारों तरफ चार दीपक जलाएं। चौकी पर एक सफेद या लाल कपड़ा बिछाएं। जिस जगह पर मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की प्रतिमा को स्थापित करने जा रहे हैं वहां पर थोड़ा सा चावल जरूर रखें। मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए उनके बायीं ओर भगवान विष्णु की प्रतिमा को स्थापित करें। कलश जलाएं और उसके बाद लक्ष्मी-गणेश का पूजन शुरू करें। मां लक्ष्मी के पूजन में लाई, मिठाई आदि चढ़ाते हुए इस मंत्र का जाप करें-
मंत्र
ऊं अपवित्र रू पवित्रोवा सर्वावस्थां गतोऽपिवा। यरू स्मरेत् पुण्डरीकाक्षं स बाह्याभ्यन्तररू शुचि रू॥
करें प्रणाम
पूजन उपरांत श्री लक्ष्मी जी सदा सहाय करें, शुभ-लाभ लिखना ना भूलें। इसे लिखने के लिए सिंदूर-घी या वंदन-घी का इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके बाद ही मां लक्ष्मी को दंडवत प्रणाम कर उनसे सुख-समृद्धि के लिए प्रार्थना करें।



Created On :   6 Oct 2017 11:26 AM IST