चंद्रग्रहण: क्या करें, क्या न करें

डिजिटल डेस्क, भोपाल। 31 जनवरी 2018 को साल का पहला चंद्रग्रहण लाग है। यह चंद्रग्रहण शाम 5 बजकर 18 मिनट से लेकर रात 8 बजकर 41 मिनट तक रहेगा। शास्त्रो के अनुसार इस दौरान भोजन करना, मल-मूत्र का त्याग करना, मैथुन करना आदि क्रियाओं की मनाही है।
चंद्रग्रहण को लेकर हमारे समाज में अलग-अलग धारणाएं हैं। पुराणों के अनुसार कहा जाता है की अगर कोई इस दौरान भोजन आदि करता है तो उसे अगले जन्म में "उदर रोग" से ग्रसित होना पड़ेगा। लेकिन वैज्ञानिकों की मानें तो इस समय भोजन दूषित हो जाता है जिससे अपच और पेट की समस्या हो सकती है और उस भोजन को खाने से कोई भी बीमार पड़ सकता है।
स्कंदपुराण मे तो ये भी कहा गया है कि अगर कोई इस दौरान दूसरों का अन्न ख़ाता है तो उसके 12 वर्षों तक किया गया सारा पुण्य नष्ट होकर पाप में बदल जाएगा। जबकि देविभागवत के अनुसार व्यक्ति इस समय अन्न के जीतने दाने ख़ाता है उसे उतने वर्षों तक "अरुतुन्द" नमक नरक में जाकर दुखों का सामना करना पड़ता है। यदि व्यक्ति धरती पर पैदा होता है तो उसे गुल्लमरोग एवं दातों की परेशानी का सामना करना पड़ता है।
शास्त्रो की मानें तो ग्रहण के समय सोना भी नही चाहिए नही तो धन की हानि हो जाती है, क्योंकि इस समय सोना काफ़ी अशुभ होता है।
Created On :   31 Jan 2018 7:52 PM IST