हनुमान प्रतिमा स्थापित करने कर रहे थे खुदाई, मिला भूमिगत तहखाना और...

डिजिटल डेस्क, कोयंबटूर। भारत देश में खजाने और दबी हुई मूर्तियां मिलने का इतिहास पुराना है। तमिलनाडु के सलेम जिले के अथुर इलाके के पास एक मंदिर में खुदाई के दौरान भूमिगत गोपनीय तहखाना मिला है जिसमें से पंचलोहा की नौ मूर्तियां मिली हैं। इनके बारे में माना जाता है कि ये 15वीं शताब्दी की हैं।
नवलकुरिची के पेरूमल मंदिर में भगवान हनुमान की मूर्ति स्थापित करने के लिए खुदाई का काम कर रहे मजदूर गोपनीय भूमिगत तहखाने पर गिर पड़े।
बताया जा रहा है कि जब मजदूरों ने और खुदाई की तो उन्हें विभिन्न देवी-देवताओं की पंचलोहा पांच धातुओं से बनाई गईं नौ मूर्तियां मिलीं। यह कथित तौर पर 15वीं या 16वीं सदी की हैं। ये फुट से तीन फुट तक लंबी हैं और इन्हें पुरातत्व विभाग को सौंप दिया गया है। मूर्ति को लेकर कई तरह की चर्चाएं है। हालांकि इसे तत्कालिक राजा की धरोहर माना जा रहा है। स्थानीय निवासियों ने इस एक बार फिर भगवान का चमत्कार बताया है।
Created On :   14 July 2017 11:49 AM IST