पहली बार रख रही हैं तीज का व्रत, तो जान लें पूजा विधि और ये नियम

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। हरितालिका तीज व्रत अत्यंत ही कठिन माना गया है। इस व्रत को छोटी-छोटी कुंवारी कन्याओं से लेकर महिलाएं तक रखती हैं। हिंदू धर्म में इसका अति महत्व बताया गया है। हरितालिका व्रत को करने के लिए कुछ नियम बेहद जरूरी हैं, जो भी पहली बार इस व्रत को रख रही हैं वे इनके बारे में जरूर जान लें...
1. हरतालिका तीज व्रत करने पर इसे छोड़ा नहीं जाता है। प्रत्येक वर्ष इस व्रत को विधि.विधान से करना चाहिए।
2. यह व्रत यदि किसी वजह से छोड़ने की स्थिति है तो इसे किसी कन्या या महिला को दिया जाता है। वह भी उपहार के साथ।
3. व्रत के दिन सुबह कौआ बोलने से पूर्व मौन स्नान कर लेना चाहिए।
4. हरतालिका तीज व्रत में जल ग्रहण नहीं किया जाता है। व्रत के बाद अगले दिन जल ग्रहण करने का विधान है।
5. हरतालिका तीज व्रत कुंवारी कन्याए सौभाग्यवती स्त्रियां करती हैं। विधवा महिलाएं भी यह व्रत रख सकती हैं।
6. हरतालिका तीज पर माता पार्वती और भगवान शंकर की विधि.विधान से पूजा की जाती है।
7. हरतालिका तीज व्रत के दिन रात्रि जागरण किया जाता है। रात में सोने से व्रत का पूर्ण फल प्राप्त नहीं होता।
8. हरतालिका तीज प्रदोषकाल में किया जाता है। सूर्यास्त के बाद के तीन मुहूर्त को प्रदोषकाल कहा जाता है। यह दिन और रात के मिलन का समय होता है।
9. व्रत, पूजन, हवन, आरती के बाद सुबह माता पार्वती को सिंदूर चढ़ाएं व ककड़ी.हलवे का भोग लगाकर व्रत खोलें।
10. सुहाग की पिटारी में सुहाग की सारी वस्तु रखकर माता पार्वती को चढ़ाना इस व्रत की मुख्य परंपरा है।

Created On :   23 Aug 2017 9:46 AM IST