मंदोदरी ने बनवाया था ये हाटू माता मंदिर, रावण के लिए करती थी पूजा

डिजिटल डेस्क, शिमला। रावण ने मंदोदरी से बलपूर्वक विवाह किया था, किंतु मंदोदरी भी उसकी ही भांति अत्यंत मायावी, तपस्विनी व बलशाली थी। आज हम आपको जिस स्थान के बारे में बताने जा रहे हैं वहां मंदोदरी पूजा करने आती थी। यह मंदिर पूरी तरह लकड़ी का बना हुआ है। शिमला जिले का नारकंडा हिल स्टेशन मंदोदरी के मंदिर के लिए काफी फेमस है....
जुड़ीं हैं अनेक मान्यताएं
नारकंडा एक बहुत ही खूबसूरत जगह है। यहां से करीब 5 किमी की दूरी पर हाटू मंदिर है। जिसके बारे में रावण की पत्नी मंदोदरी को लेकर अनेक मान्यताएं जुड़ी हुई हैं। कहा जाता है कि इसे मंदोदरी ने ही हाटू माता की पूजा के लिए बनवाया था। ऐसा भी कहा जाता है कि रावण की रक्षा के लिए वह यहां अाकर पूजा करती थी।
हाटू माता की भक्त
यह स्थान लंका से काफी दूर था, लेकिन कहा जाता है कि मंदोदरी हाटू माता की भक्त थी, जिसकी वजह से ही उसने ये मंदिर बनवाया और यहां प्रतिदिन पूजन के लिए आती थी। यह मंदिर देखने पर अत्यंत आकर्षक लगता है। पूरी तरह लकड़ी से बने होने की वजह से लोग इसे देखकर आश्चर्य में पड़ जाते हैं। आसपास देवदार के पेड़ सुंदरता को और बढ़ा देते हैं। प्राकृतिक सुंदरता इस मंदिर के आकर्षण को दोगुना कर देती है।
आते हैं टूरिस्ट
शिमला की सैर पर आने वाले टूरिस्ट इसे देखने जरूर जाते हैं। नारकंडा विशेष रूप से इसी मंदिर के लिए जाना जाता है। हालांकि इसके निर्माण के समय के संबंध मंे स्पष्ट रूप से कोई कुछ नहीं कह पाता, किंतु पुराणों में ऐसा वर्णन मिलता है कि मंदोदरी रावण की रक्षा के लिए पूजा-पाठ किया करती थी। वह अत्यंत धार्मिक प्रवृत्ति की दयालु स्त्री थी। जिसकी वजह से वह दान-पुण्य में भी यकीन करती थी।



Created On :   28 Sept 2017 6:25 PM IST