इस धनतेरस करें कुबेर यंत्र स्थापित, मिलेगा धन कुबेर का आशीर्वाद

In This Dhanteras Do Establish Kuber Yantra, Get The Blessings Of Kuber
इस धनतेरस करें कुबेर यंत्र स्थापित, मिलेगा धन कुबेर का आशीर्वाद
इस धनतेरस करें कुबेर यंत्र स्थापित, मिलेगा धन कुबेर का आशीर्वाद

डिजिटल डेस्क, भोपाल। दीपावली से दो दिन पहले धनतेरस का त्यौहार मनाया जाता है। इस वर्ष धनतेरस 5 नवंबर 2018 को है। इस दिन धनकुबेर यंत्र की स्थापना करना चाहिए। इसकी स्थापना से सुख-समृद्दि प्राप्त होती है और धनकुबेर का आशीर्वाद भी प्राप्त होता है। कुबेर यंत्र की स्थापना मध्य रात्रि 12 बजे से रात्रि 3 बजे तक की जाती है। इसी के साथ कुछ वास्तु उपाय भी किये जाते हैं। जिससे सकारात्मक ऊर्जा का संचार बढ़ता है।

वैदिक ज्योतिष में चमत्कारिक यंत्रों के महत्व को विस्तार से बताया गया है। वास्तुशास्त्र के अनुसार प्रत्येक दिशा का अपना-अपना महत्व है। वहां रखा गया सामान व्यक्ति के जीवन पर विशेष प्रभाव डालता है। फिर चाहे वो स्थान घर हो या दुकान। उत्तर दिशा पर धन के देवता कुबेर और धन की देवी लक्ष्मी राज करते हैं। इस दिशा का सही निर्माण परिवार में समृद्धि और खुशियों को लेकर आता है। मान्यता है कि इसी दिशा से व्यक्ति का सुख-सौभाग्य और धन-वैभव प्रवेश करता है।

इसके लाभ पाने के लिए यंत्रों को विधिपूर्वक स्थापित करना होता है और यंत्र की नित्य साधना भी करनी होती है। ऐसा माना जाता है कि ज्योतिष में प्रयोग किए जाने वाले यंत्रों की सहायता से ब्रह्माण्ड में स्थित विभिन्न प्रकार की दैवीय शक्तियों को प्राप्त किया जा सकता है। शास्त्रों में इन यंत्रों को बनाने की विधि भी बताई गई है। इन यंत्रों को बनाने में मुख्य रूप से पांच प्रकार की आकृतियों का प्रयोग किया जाता है। जिसमें बिन्दु, वृत्त, ऊर्ध्वमुखी त्रिकोण, अधोमुखी त्रिकोण एवं वर्ग हैं। जो पाँच तत्वों (आकाश, वायु, अग्नि, जल और पृथ्वी) का प्रतिनिधित्व करते हैं।

कुबेर यंत्र के माध्यम से कुबेर देव की पूजा की जाती है। इस यंत्र की कृपा से धन प्राप्ति के योग बनते हैं और जीवन में आने वाली आर्थिक परेशानियां दूर होती हैं। इस यंत्र को घर या दफ्तर में स्थापित करने से भाग्य वृद्धि होती है। कुबेर के प्रभाव से अपार धन और आय नए साधनों का सृजन होता है। इस यंत्र को कोई भी व्यक्ति स्थापित कर सकता है।

कुबेर यंत्र स्थापित करने की विधि 

कुबेर यंत्र की स्थापना धनतेरस और दीपावली के दिन शुभ मुहूर्त में करें। 
यंत्र को पंचामृत से स्नान कराएं। 
इसके बाद विधिवत तरीके से कुबेर यंत्र की पूजा करें।
"ॐ कुबेराय नम:" मंत्र का जाप करें।
अब यंत्र को किसी शुभ स्थान पर स्थापित करें। 
साथ ही कुछ और भी काम किए जाएं तो इस यंत्र का पूरा लाभ मिल सकता है। 
कुबेर दिशा यानि उत्तर दिशा में यदि कुछ सामान विधि पूर्वक रखा जाए तो कारोबार बढ़ेगा और धन का लाभ होगा। इस दिशा में सदा साफ-सफाई रखें। सदा स्मरण रखें, जहां स्वच्छता होती है वहीं देवी लक्ष्मी का वास होता है। 
धनतेरस पर उत्तर दिशा में हरे रंग का प्रयोग अधिक से अधिक करें। 
उत्तर दिशा में तांबे से भरा कलश रखकर उस पर पानी वाला नारियल रखें। 
इससे घर या ऑफिस में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा। 
धनतेरस पर उत्तर दिशा में हरे रंग का पिरामिड रखने से सभी प्रकार का वास्तुदोष नष्ट हो जाता है। 
घर-दुकान की उत्तर दिशा में तीन सिक्के लाल रंग के कपड़े में बांधकर छुपाकर रख दें। ध्यान रखें इन पर किसी की दृष्टि नहीं पड़नी चाहिए। 
प्रतिदिन कुबेर दिशा में पानी वाला नारियल रखकर उस पर हल्दी कुमकुम लगाएं। पुराने नारियल को बहते पानी में बहा दें। 
धनतेरस पर उत्तर दिशा में कछुए का चित्र या पीतल की प्रतिमा रखने से आर्थिक हानि से बचा जा सकता है और धन आगमन के स्त्रोत भी बनते हैं। सोते समय अपना सिरहाना उत्तर दिशा में न रखें।

Created On :   3 Nov 2018 10:50 AM GMT

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