ज्येष्ठ पूर्णिमा: सहदेवी के पौधे की पूजा से होगा धन लाभ

Jyestha Purnima: Know Date Time Shubh Muhurt and Significance
ज्येष्ठ पूर्णिमा: सहदेवी के पौधे की पूजा से होगा धन लाभ
ज्येष्ठ पूर्णिमा: सहदेवी के पौधे की पूजा से होगा धन लाभ

डिजिटल डेस्क, भोपाल। अधिकमास की पूर्णिमा 29 मई 2018 मंगलवार को है। पूर्णिमा तिथि 28 मई को सायं 8 बजकर 40 मिनट से शुरू होकर 29 मई को सायं 7 बजकर 49 मिनट तक रहेगी। भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की आराधना का विशेष माह अधिकमास है। इस माह में लोग धन प्राप्ति के लिए कई तरह के उपाय करते हैं। तंत्र शास्त्र में विभिन्न पेड़-पौधों और जड़ी-बूटियों के माध्यम से धन को अपनी ओर आकर्षित करने के उपाय बताए गए हैं। इन्हीं में से एक सिद्ध और चमत्कारिक पौधा है सहदेवी का पौधा। इस पौधे को गांवों में सहदेई भी कहा जाता है।

सहदेवी एक छोटा सा कोमल पौधा होता है, जो एक फुट से साढ़े तीन फुट तक की ऊंचाई का होता है। पौधा भले ही छोटा और कोमल है पर तंत्र शास्त्र और आयुर्वेद में ये किसी महारथी से कम नहीं है। अपने दिव्य गुणों के कारण आयुर्वेद के अनेक ग्रंथों के साथ अथर्ववेद में इसका उल्लेख प्रमुखता से मिलता है। यह पौधा विभिन्न बीमारियों में तो काम आता ही है साथ ही तंत्र शास्त्र में इसे धन खींचने वाला पौधा कहा गया है।

 


किस दिन लाएं घर? 

सहदेवी के पौधे को घर लाने के लिए वैसे तो रवि-पुष्य का संयोग होना शुभ माना गया है, लेकिन अधिकमास की पूर्णिमा के दिन इसे लाना सोने पर सुहागे की तरह हो जाता है। पूर्णिमा से एक दिन पहले चतुर्दशी की सायंकाल में सहदेवी के पौधे को निमंत्रण देकर आएं कि कल प्रात: हम आपको लेने आएंगे। अगले दिन यानी पूर्णिमा के दिन सूर्योदय से पूर्व पौधे को गंगाजल से स्नान कराकर धीरे से उखाड़कर घर ले आएं। फिर पंचामृत से स्नान कराकर उसकी षोडशोपचार पूजा करें। इस पौधे की पत्तियां, तने और जड़ का विभिन्न कार्यों में प्रयोग किया जाता है।

इन कार्यों में दिखाएगा चमत्कार

तंत्र शास्त्र में सहदेवी धन खींचने वाले पौधे के नाम से विख्यात है। इस पौधे की सिद्ध की हुई जड़ को लाल रेशमी चमकदार कपड़े में लपेटकर तिजोरी में रखने से धन की कभी कमी नहीं होती और लगातार बढ़ता जाता है।

 

 

  • रसोईघर या अनाज के भंडारण घर में यदि सहदेवी की जड़ को शुद्ध स्थान पर रखा जाए तो कभी अन्न की कमी नहीं होती। 
     
  • यह पौधा वास्तुदोष निवारक का काम भी करता है। घर के पूजन कक्ष में सहदेवी की स्थापना करने से घर में सुख-शांति बनी रहती है। 
     
  • यदि कोर्ट-कचहरी या किसी अन्य विवाद में फंस गए हों और फैसला आने वाला है तो इसकी सिद्ध की हुई जड़ धारण करके जाएं, निश्चित ही विजय मिलेगी। 
     
  • इसका चूर्ण बनाकर तिलक करने से तीव्र आकर्षण होता है। सभा में इसका तिलक लगाकर जाने से लोग आपके वशीभूत रहेंगे। 
     
  • सहदेवी के पौधे का चूर्ण जिव्हा पर लगाकर बोलने से वाक सिद्धि होती है। हजारों लोग आपको अपलक सुनते रहेंगे। 
     
  • इस पौधे की जड़ से बना काजल लगाकर जिसके सामने जाएंगे वह आपकी ओर आकर्षित हो जाएगा। 
     
  • सहदेवी के पौधे को छाया में सुखाकर उसका चूर्ण बनाकर जिसे पान में डालकर खिला देंगे, वह आपके वशीकरण पाश में बंध जाएगा। 
     
  • सहदेवी की जड़ को बांह पर बांधने से समस्त प्रकार के रोग दूर हो जाते हैं।

Created On :   28 May 2018 2:30 PM IST

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