क्या है काल सर्प दोष, ये हैं इसके अशुभ लक्षण और उपाय...

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कुंडली में आने वाले ऐसे अनेक दोष हैं जो आपके जीवन में अनेक परेशानियों को लेकर आते हैं। मंगल दोष के बारे में आपने सुना ही होगा, लेकिन आज हम यहां बात कर रहे हैं एक ऐसे दोष की जिसकी वजह से व्यक्ति के जीवन में अनेक उतार चढ़ाव आते हैं। भयंकर चोट, गंभीर बीमारी, संतान से संबंधित समस्या हो सकती है। इसके अतिरिक्त वह ऐसे कष्टों का सामना कर सकता है। जिसके बारे में सोचा भी नही जा सकता। इस दोष को कालसर्प दोष के नाम से जाना जाता है।
कालसर्प दोष दो शब्दों का मेल है। यह तब होता है जब आपकी कुंडली के सभी गृह राहु-केतु के बीच में आ जाते हैं। इसे अत्यंत ही अशुभ एवं कष्टकारी माना जाता है। कुंडली में इस दोष का पता विशेषज्ञ ही लगाकर बताते हैं। यहां राहु का मतलब होता है सर्प का मुख और केतु का मतलब होता है सर्प की पूंछ, यह काल के समान ही कष्टों को देने वाला है, जिसकी वजह से इसे कालसर्प दोष कहा जाता है।
कालसर्प दोष के लक्षण
-बचपन में किसी भयंकर बीमारी या चोट को शिकार हो जाना।
-रिश्ते में धोखा खना और लंबे समय से बीमार होना।
-व्यापार, नौकरी में भी बरकत नही, हर स्थान पर कष्ट, कठिनाईयां व परेशानी।
-बीमारी से पीड़ित संतान का जन्म या संतान का जन्म ही नही होना।
-पढ़ाई छूट जाना, वैवाहिक रिश्ते बीच में ही टूट जाना या फिर पत्नी से तनाव, कलह।
उपाय
यदि ये लक्षण आपको पीड़ित कर रहे हैं तो इनका निवारण आवश्यक है। इस दोष को दूर करने शिवलिंग पर नाग भी अर्पित किए जाते हैं, चांदी के नाग अर्पित करने की भी सलाह दी जाती है। इससे पीड़ित होने पर भैरव की पूजा उत्तम बतायी गई है। हालांकि इसे दूर करने के और भी अनेक उपाय व स्थान हैं। यदि आपकी कुंडली में यह दोष है तो आप इसके उपाय के लिए आप अपने पंडित या किसी विशेषज्ञ से ही पूछें।
Created On :   24 Dec 2017 10:04 AM IST