जानें इस व्रत का महत्व और पूजा की विधि

Kamada Saptami: Know importance and worship method
जानें इस व्रत का महत्व और पूजा की विधि
कामदा सप्तमी जानें इस व्रत का महत्व और पूजा की विधि

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। हिन्दू धर्म में जितना पर्व का महत्व है उतना ही व्रत का भी महत्व है। हर माह में कई सारे व्रत आते हैं। जब जातक व्रत से संबंधित देवी या देवता की की पूजा विधि विधान से की जाती है। इनमें से एक है कामदा सप्तमी का व्रत, जो कि आज 9 मार्च बुधवार को है। यह व्रत विशेष रूप से भगवान सूर्य देव को समर्पित है। माना जाता है कि, कामदा सप्तमी के व्रत से भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।

इस व्रत को उन लोगों को करने से विशेष लाभ मिलता है जिन्हें संतान नहीं होती है और जिन्हें धन संबंधी समस्याएं लगातार बनी रहती है। आपको बता दें कि, प्रत्येक माह के शुक्ल पक्ष की सप्तमी यह व्रत किया जाता है और हर चौमासे यानी कि चार माह में व्रत का पारण करना चाहिए। 
 
पूजा विधि
- सूर्योदय से पूर्व उठकर स्नानादि से निवृत्त होकर भगवान सूर्य को जल चढ़ाएं। 
- इसके बाद सूर्य भगवान की पूजा की जाती है.
- सारा दिन “सूर्याय नमः” मंत्र से भगवान का स्मरण किया जाता है।
- मंदिर के पुजारी को भोजन करवाकर दक्षिणा दें।
- अष्टमी को स्नान करके सूर्य देव का हवन पूजन किया जाता है।
- सूर्य भगवान का पूजन करके घी, गुड़ इत्यादि का दान करें।
- दूसरे दिन ब्राह्मणों का पूजन करके खीर खिलाने का विधान है।

Created On :   9 March 2022 5:06 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story