3 दिन खास, शिव पूजन के लिए दो दिन बना विशेष मुहूर्त

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। वैसे तो माह के किसी भी दिन या फिर प्रतिदिन भगवान शिव का पूजन, स्मरण किया जाए तो वे अवश्य ही अपने भक्तों पर कृपा करते हैं, किंतु फरवरी माह शिव पूजन के लिए सबसे श्रेष्ठ एवं विशेष है। इस माह महाशिवरात्रि का शुभ मुहूर्त है। इसी दिन सृष्टि के सम्मुख वह सुअवसर आया जब महादेव और माता पार्वती का विवाह हुआ। शिव पुराण में इसका उल्लेख ऐसे सुंदर अक्षरों में किया गया है कि वह दृश्य कल्पनाओं से साक्षात होने लगता है।
दोनों ही दिन विशेष
इस वर्ष महाशिवरात्रि 14 फरवरी 2018 को है, किंतु उससे पूर्व 13 फरवरी 2018 को प्रदोष व्रत, मासिक शिवरात्रि है। शिव के उपासक और दोनों ही व्रतों में आस्था रखने वाले जातक इस बार लगातार दो दिन व्रत रखेंगे। वहीं 13 की रात्रि से ही महाशिवरात्रि का शुभ मुहूर्त प्रारंभ हो रहा है। इन संयोगों की वजह से शिव पूजन के लिए 13 व 14 फरवरी दोनों ही सबसे उत्तम बताए जा रहे हैं।
तीसरा दिन भी पुण्य दान के लिए खास
दोनों दिन व्रत, पूजन और हवन के पश्चात 15 फरवरी को भी पुण्य दान के लिए उत्तम है। इस दिन फाल्गुन अमावस्या है। यह अनेक कर्मकाण्डों के लिए विशेष दिन माना जाता है। इसके अतिरिक्त यदि आप प्रदोष और महाशिवरात्रि के व्रत के उपरांत इस दिन पुण्य नदियों में स्नान कर हवन के पश्चात भोजन ग्रहण करते हैं तो आपको विशेष एवं उत्तम फलों की प्राप्ति होने के साथ ही भगवान महादेव की कृपा भी प्राप्त होती है।
प्रदोष व्रत मोक्ष की कामना से रखा जाता है। ये गलती से किए गए पापों को तो नाश करता ही है साथ ही इसका पुण्यफल पूर्वजों को भी प्राप्त होता है। जबकि महाशिवरात्रि के व्रत को लेकर मान्यता है कि इसे धारण करने से मनभावन जीवन साथी की कामना पूर्ण होती है। इसी प्रकार स्नानदान फाल्गुन अमावस्या पर दान का महत्व शास्त्रों में भी वर्णित है।
Created On :   3 Feb 2018 8:31 AM IST