महाशिवरात्रि की पूजा में विघ्न डाल सकती हैं ये 5 चीजें

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। वैसे तो भगवान शंकर जल्दी ही प्रसन्न होने वाले बताए गए हैं। प्रत्येक प्राणी के लिए भगवान शिव के चरणों में स्थान है फिर चाहे वह देव, दानव, मानव हों या फिर कोई पशु, पक्षी या पिशाच। ऐसी कितनी ही कथाएं पुराणों के माध्यम से जानने मिलती हैं, जिनमें भगवान शिव की महिमा जानने मिलती है।
यही वजह है कि इन्हें भोले भंडारी या भोलेनाथ कहा गया है, किंतु कुछ ऐसी भी चीजें हैं जिन्हें अर्पित करने से महादेव नाराज हो सकते हैं यहां हम आपको ऐसी ही वस्तुओं के बारे में बतान जा रहे हैं। महाशिवरात्रि शिव पूजन का श्रेष्ठ दिन है। ऐसे में पूजन के दौरान की गई गलती आपके व्रत पुण्य फल को नष्ट कर सकती है।
रखें इन बातों का स्मरण...
-भगवान शिव की पूजा में हल्दी नही चढ़ाना चाहिए। देवी पार्वती से विवाह के दौरान भोलेनाथ ने हल्दी के स्थान पर भस्म ही लगाई थी। इसलिए इन्हें भस्म चढ़ाई जाती है हल्दी नही।
-श्वेत पुष्प भगवान महादेव के अतिप्रिय हैं, किंतु केतकी के फूल श्वेत होने के बाद भी शिव को नही चढ़ाते। कहा जाता है कि केतकी के फूल के झूठ की वजह से भोलेनाथ ने उसे पूजन से वर्जित कर दिया था।
-तिल, इसे भगवान विष्णु के शरीर के मैल से उत्पन्न माना जाता है। इसलिए शिव पूजन में तिल अर्पित नही किया जाता। जबकि तिल का प्रयाेग विष्णु पूजन में उत्तम माना गया है।
-शंखचूर के वध के कारण शंख से भी महादेव की पूजा कदापि नही करना चाहिए। इसी प्रकार तुलसी भी शिव पूजन में वर्जित मानी गयी है।
-भगवान भोलेनाथ को अतिप्रिय है बेलपत्र, किंतु इसे चढ़ाते वक्त ध्यान रखें कि कहीं ये टूटी या खंडित तो नही है। खंडित बेलपत्र या फूल कभी शिव को अर्पित नहीं करना चाहिए। इसी टूटे हुए चावल भी शिव पूजा में शामिल करना वर्जित माने गए हैं।
Created On :   4 Feb 2018 3:46 PM IST