महानंदा नवमी व्रत आज, इस मंत्र से होगी सुख की प्राप्ति
डिजिटल डेस्क। माघ माह की शुक्ल पक्ष नवमी को श्री की देवी लक्ष्मी का पूजन करने से दारिद्र समाप्त होकर संपन्नता आती है तथा विष्णुलोक की प्राप्ति होती हैं। इस बार यह नवमी 14 फरवरी गुरुवार यानी आज है। इस दिन पूजनस्थल के मध्य में एक बड़ा अखण्ड दीपक जलाकर रात्रि जागरण एवं ॐ हृीं महालक्ष्म्यै नमः मंत्र का जाप करने से जीवन में सुखों का आगमन एवं कष्टों की कमी होती है।
इस नवमी पर महालक्ष्मी मंत्र का जप करना चाहिए तथा ब्रम्ह मूहुर्त में घर का कूड़ा सूपे में रखकर बाहर ले जाना चाहिए, इसे अलक्ष्मी का विसर्जन कहते हैं तथा हाथ-पैर धोकर दरवाजे पर खडे़ होकर महालक्ष्मी का आवाहन करना चाहिए। विधि-विधान से स्नान ध्यान कर पूजा कर महालक्ष्मी का हाथ जोड़कर आह्वान करने से वे जरूर ही घर में आती हैं और अपने आशीर्वाद से आपको धन-धान्य से समृद्ध कर देती हैं।
रात्रि में पूजन के उपरांत व्रत का धारण करना तथा अविवाहित कन्या से आशीर्वाद लेना विशेष शुभ होता है।
इस दिन व्रत एवं पूजा पाठ के लिए सर्वाधिक उत्तम दिवसों में से एक बताया गया है। विशिष्ट मुहूर्त में इस दिन पूजा करने से दरिद्रता रोग, संताप आदि का नाश होता है। बुरी शक्तियां दूर होती हैं एवं जीवन में सुख समृद्धि आती है।
विधि-विधान से माता का पूजन
महानंदा नवमीं का व्रत धारण कर गुप्त नवरात्र के पूर्ण होने पर विधि-विधान से माता लक्ष्मी का पूजन करना चाहिए। इस दिन कुंवारी कन्याओं को भोजन कराने का अत्यधिक महत्व है। कहा जाता है कि ऐसा करने से जीवन की बड़ी से बड़ी समस्याएं दूर होती हैं और मनुष्य को मानसिक शांति प्राप्त होती है।
निश्चित ही परिवर्तन लेकर आएगा व्रत पूजन
महानंदा नवमी के दिन कुंवारी कन्याओं का मिला आशीर्वाद साक्षात देवी के आशीष के समान माना गया है। यदि आप दरिद्रता से पीड़ित हैं और अनेक उपाय करने के बाद भी लक्ष्मी आपके घर नहीं आ रहीं हैं तो महानंदा नवमी का व्रत पूजन निश्चित ही आपके जीवन में परिवर्तन लेकर आएगा।
Created On :   5 Feb 2019 7:55 AM GMT