हस्तरेखाशास्त्र : जानिए क्या कहती है आपके हाथ की जीवन रेखा
डिजिटल डेस्क, भोपाल। हथेली में सामान्यत: तीन रेखाएं मुख्य रूप से दिखाई देती हैं। ये तीन रेखाएं जीवन रेखा, मस्तिष्क रेखा और हृदय रेखा हैं। इनमें से जो रेखा अंगूठे के ठीक नीचे शुक्र पर्वत को घेरे रहती है, वही जीवन रेखा कहलाती है। यह रेखा इंडेक्स फिंगर के नीचे स्थित गुरु पर्वत के आसपास से प्रारंभ होकर हथेली के अंत मणिबंध की ओर जाती है। छोटी जीवन रेखा कम उम्र और लंबी जीवन रेखा लंबी उम्र की ओर इशारा करती है। यदि जीवन रेखा टूटी हुई हो तो यह अशुभ होती है, लेकिन उसके साथ ही कोई अन्य रेखा समानांतर रूप से चल रही हो तो इसका अशुभ प्रभाव नष्ट हो सकता है।
जीवन रेखा कहां होती है?
जीवन रेखा का घेराव अंगूठे के निचले क्षेत्र में होता है। यह शुक्र का क्षेत्र माना जाता है।
यह रेखा तर्जनी और अंगूठे के मध्य से शुरु होकर मणिबंध तक जाती है। इसका फैलाव एक आर्क की तरह होता है।
जीवन रेखा का फल
- जीवन रेखा को पढ़ने से ही इंसान की आयु और उसके जीवन में रोगों आदि का पता चल पाता है।
- जीवन रेखा लंबी, पतली, साफ हो और बिना किसी रुकावट के हो तो शुभ होता है।
- अगर जातक के हाथों में जीवन रेखा पर कई जगह छोटी-छोटी रेखाएं कट या क्रॉस कर रही हैं तो यह अच्छी सूचना नहीं देते।
- जीवन रेखा पर अगर कहीं रेखाएं स्टार का निशान बनाएं तो यह रीढ़ की हड्डी से संबंधित बीमारियों की निशानी होती है।
- सफेद बिंदु आंखो की समस्या को दर्शाता है।
- जीवन रेखा पर काला धब्बा, तिल या क्रॉस एक्सीडेंट की तरफ इशारा करते हैं।
ध्यान रखें कि हस्तरेखा में दोनों हाथों की बनावट और रेखाओं का पूरा अध्ययन करना बहुत जरूरी है। यहां बताए गए फल हथेली की अन्य स्थितियों से बदल भी सकते हैं। इसी वजह से किसी व्यक्ति के बारे में सटीक भविष्यवाणी करना हो तो दोनों हथेलियों का अध्ययन करना अत्यंत आवश्यक है।
Created On :   6 May 2018 9:09 AM IST