कई साल बाद बन रहे हैं ये शुभ योग, जानें पूजा का मुहूर्त

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सफला एकादशी  कई साल बाद बन रहे हैं ये शुभ योग, जानें पूजा का मुहूर्त

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पौस कृष्ण एकादशी को सफला एकादशी के नाम से जाना जाता है। अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार, सफला एकादशी 19 दिसंबर यानी कि सोमवार को पड़ रही है। यह साल की अंतिम एकादशी है। इस दिन विधि-विधान से व्रत रखकर पूजा करने से भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है। ज्योतिषाचार्य के अनुसार, इस बार सफला एकादशी पर कई योग बन रहे हैं। 

मान्यता है कि यदि इस दिन यदि भक्त पूर्णतः निष्ठा के साथ व्रत करते हैं तो भगवान विष्णु उसे इसका फल अवश्य ही प्रदान करते हैं। 100 राजसूय यज्ञ और 1000 अश्वमेध यज्ञ के मिल कर भी सफला एकादशी व्रत के समान लाभ प्रदान नही कर सकते। इसका उल्लेख ब्रम्हांड पुराण में मिलता है। युधिष्ठिर के पूछने पर भगवान श्रीकृष्ण ने उन्हें एकादशी व्रत का महत्व बताया था। 

शुभ मुहूर्त
एकादशी तिथि प्रारंभ: 19 दिसंबर 2022 तड़के 3 बजकर 32 मिनट से 
एकादशी तिथि समापन: 20 दिसंबर 2022 तड़के 2 बजकर 32 मिनट पर 
व्रत पारण के लिए शुभ समय: 20 दिसंबर सुबह 8 बजकर 5 मिनट से 9 बजकर 16 मिनट तक 

शुभ योग
सफला एकादशी पर इस बार कई योग बन रहे हैं, ये योग तीन राशियों में बनेंगे। ज्योतिषाचार्य के अनुसार, सूर्य धनु राशि में प्रवेश करने से बुधादित्य योग बना है, वहीं मकर राशि के स्वामी अपनी स्वराशि में बने हुए हैं, जबकि बृहस्पति अपनी राशि मीन में रहेंगे। ऐसे स्थिति कई सालों बाद देखने को मिली है। 

एकादशी व्रत विधि 
-इस दिन दीपदान का अत्यधिक महत्व है। 
-पूरे दिन उपवास कर धूप, दीप, नारियल, फल, सुपारी, नींबू, अनार, आंवला, लौंग, बेर, आम पूजा में शामिल करना चाहिए। 
-विधि-विधान से पूजा के बाद भगवान विष्णु की आरती करें एवं भोग लगाएं। 
-इसके बाद उनसे अपने व्रत एवं कार्यों की सफलता के लिए प्रार्थना करें।
-यह व्रत करने से मनुष्य के सभी पापों का नाश होता है। भगवान विष्णु का आशीर्वाद मिलता है एवं उसे पुण्य की प्राप्ति होती है।   
  
 

Created On :   17 Dec 2022 12:41 PM GMT

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