सूर्य का वृषभ राशि में गोचर, जानिए आपकी राशि पर क्या पड़ेगा प्रभाव

Sun transit in Taurus, know how this affects the 12 Zodiac signs
सूर्य का वृषभ राशि में गोचर, जानिए आपकी राशि पर क्या पड़ेगा प्रभाव
सूर्य का वृषभ राशि में गोचर, जानिए आपकी राशि पर क्या पड़ेगा प्रभाव

डिजिटल डेस्क, भोपाल। जैसा कि सर्व विदित है कि सूर्य देव हर माह अपना स्थान परिवर्तन करते हैं। 15 मई 2018 को अमावस्या तिथि को शनि जयंती होने के साथ सूर्य अपना स्थान बदलकर वृषभ राशि में जा चुके हैं। शाम 5 बजकर 19 मिनट पर सूर्य मेष राशि से निकलकर वृषभ राशि में गए हैं और 15 जून 2018 तक यहीं रहेंगे।

क्यों है इस गोचर का विशेष महत्व  

सूर्य शनिदेव के पिता हैं और शास्त्रानुसार दोनों के संबंध अच्छे नहीं माने जाते। यही वजह है कि शनि जयंती होने के कारण इस गोचर का महत्व और अधिक बढ़ गया है। सूर्य के इस गोचर का आपकी राशि पर क्या प्रभाव पड़ रहा है हम आपको बताएंगे। 
 


मेष : इस राशि के लोगों में कार्यानुसार अलग-अलग लोगों के लिए अलग-अलग प्रभाव हो सकते हैं, जैसे विद्यार्थियों के लिए जहां यह समय अच्छा साबित होगा वहीं नौकरीपेशा लोगों के लिए परेशानी भरा भी हो सकता है। इसलिए इन्हें इस समय सावधान रहने की आवश्यकता है। सूर्य देव के गोचर के समय सूर्य आपकी राशि से द्वितीय भाव में रहेंगे, परिणामस्वरूप आपके व्यवहार में रूखापन और शब्दों में कटुता आ सकती है।

सावधानी :  

गुस्से में खुद पर संयम रखें, परिवार या कार्यक्षेत्र में आप किसी का अपमान कर सकते हैं जो आगे चलकर बेहद परेशानी भरा हो सकता है। छात्रों को मेहनत का अनुकूल फल मिलेगा, प्रतियोगी परीक्षा में सफलता मिल सकती है। शादीशुदा लोगों को अपने जीवनसाथी के स्वास्थ्य का खयाल रखना चहिए, कुछ समस्याएं आ सकती हैं। 

उपाय : 

1. किसी धार्मिक स्थान में नारियल का तेल, सरसों का तेल और बादाम दान करें। 
2. धन, संपत्ति, और महिलाओं से जुड़े विवादों से बचें। 
3. दान लेने से बचें, विशेषकर इस समय चावल, चांदी, और दूध का दान नहीं लेना चाहिए।

वृष : इस गोचर का सबसे अधिक प्रभाव वृष राशि में ही पड़ेगा क्योंकि सूर्य ने इसी राशि में प्रवेश किया है। सूर्य तेज देते हैं, इसलिए आपको भी इसका लाभ मिलेगा और प्रगति होगी। नौकरी-व्यापार से जुड़े लोगों को आर्थिक लाभ, प्रमोशन आदि मिलने की संभावना है। किंतु ध्यान रहे कि अहंकार की भावना भी आपमें आ सकती है जो भविष्य में आपके लिए नकारात्मक प्रभाव लाएगा।

सावधानी :  

हावी होने वाले आपके रवैये के कारण आपका पारिवारिक जीवन भी कटु हो सकता है, जीवनसाथी से तालमेल बिठाकर चलें अन्यथा मनमुटाव होने की पूरी संभावना है। कुल मिलाकर यह गोचर आपके लिए अच्छा रहेगा लेकिन इसका आपके जीवन में कितना सकारात्मक प्रभाव दिखता है यह पूरी तरह आपके व्यवहार पर ही निर्भर करेगा।

उपाय :

1. मां को खुश रखते हुए उनका आशिर्वाद लें।  
2. दूसरों को चावल या दूध परोसें एवं गरीबों को दान दें।  
3. सदाचारी रहें और बुरे कामों से बचने का प्रयास करें।

मिथुन :

सूर्य देव इस बार आपकी राशि से द्वादश भाव में रहेंगे जिसका आपको मिलाजुला असर देखने को मिल सकता है। कोर्ट-कचहरी से जुड़े मामलों में जहां आपके पक्ष में फैसला आ सकता है, वहीं कोई लाभकारी विदेश यात्रा का मौका भी मिलेगा।

सावधानी :  

कोई छिपा हुआ शत्रु आपको नुकसान पहुंचा सकता है, इसलिए सावधान रहें।

उपाय : 

1. जातक को चाहिए कि जरूरतमंद और अंधे लोगों को दान दें और खाना बांटें। 
2. लोहे और लकड़ी के साथ जुड़ा व्यापार कदापी न करें। 
3. सोने, चांदी और कपड़े से सम्बंधित व्यापार लाभकारी रहेंगे।

कर्क : 

आर्थिक तथा करियर की दृष्टि से आपके लिए यह गोचर शुभ फल देने वाला साबित हो सकता है। नौकरी तथा व्यवसाय में लाभ पाने के कई अवसर मिलेंगे, साथ ही उच्च अधिकारियों का सहयोग भी मिलेगा। किंतु पारिवारिक, खासकर प्रेम तथा शादीशुदा संबंधों में यह समय कलहपूर्ण तथा मानसिक विषाद देने वाला हो सकता है।

सावधानी : 

रिश्तों में अहंकार को ना आने दें वरना अलगाव जैसी स्थितियां भी आ सकती हैं। अच्छा होगा विवाद को टालने की कोशिश करें अथवा बुद्धिमत्तापूर्वक मामले का निबटारा करें।

उपाय : 

1. लगातार 15 दिनों तक सरसों के तेल की कुछ बूंदे जमीन पर गिराएं। 
2. शिव जी का गन्ने के रस से संभव हो तो अभिषेक अवश्य करें।

सिंह : 

आपका राशि ग्रह होने के कारण सूर्य का यह गोचर आपके लिए लाभदायक रहेगा। गोचर के दौरान इस समयावधि में सूर्य आपकी राशि से दशम भाव में होने के कारण कार्यक्षेत्र में आपको सम्मान मिलेगा। आप साहसिक फैसले लेंगे जो आपका वर्चस्व बढ़ाएगा। आर्थिक रूप से यह समय आपके लिए लाभप्रद रहेगा। पारिवारिक जीवन भी सुखमय रहेगा।

सावधानी : 

पिता के स्वास्थ्य संबंधी कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है कृपया सावधानी बरतें। 
कुल परम्परा और धार्मिक परम्पराओं का कड़ाई से पालन करें अन्यथा परिवार की प्रगति और प्रसन्नता नष्ट हो सकती है।

उपाय : 

1. रात में भोजन करने के बाद रसोई की आग और स्टोव आदि को दूध का छिड़काव करके बुझाएं। 
2.अपने घर के परिसर में गंगाजल रखें और बंदरों को गुड़ और चना खिलाएं।

कन्या : 
 

अपने इस गोचर के दौरान सूर्य आपकी राशि से नवम भाव में होंगे। यह आपके लिए थोड़ी परेशानियों भरा हो सकता है। परिवार में भाई-बहनों के साथ मनमुटाव हो सकता है वहीं पिता का स्वास्थ्य भी खराब हो सकता है। कार्यक्षेत्र में सामान्य समय रहेगा, मेहनत के अनुकूल फल भी मिलेगा। किसी लाभप्रद विदेश यात्रा का भी योग बन रहा है।

सावधानी : 

लड़ाई झगड़ों से दूर अन्यथा विवाद थाना, कचहरी, हो सकती है अपनी वाणी को शांति के साथ उपयोग करें।

उपाय : 

1. ऐसे जातक नमक का उपयोग कम मात्रा में करें।  
2. किसी भी काम को शुरू करने से पहले मीठा खाएं और उसके बाद पानी जरूर पियें। 
3. भोजन करने से पहले रोटी का एक टुकड़ा रसोई घर की आग में डालें। 

तुला : 

इस दौरान सूर्य आपकी राशि से अष्ठम भाव में होंगे जो बहुत अच्छा नहीं कहा जा सकता। धन संबंधी नुकसान की स्थितियां आ सकती हैं। कार्यक्षेत्र में विवाद तथा उच्च अधिकारियों से मनमुटाव हो सकता है। हालांकि आर्थिक दृष्टि से कुछ अप्रत्याशित लाभ के भी योग बन रहे हैं, सावधान रहना आपके लिए हितकर रहेगा।

सावधानी : 

जीवनसाथी के साथ मनमुटाव भयंकर हो सकता है, इसलिए विवादों को उठने ना दें।

उपाय : 

1. जातक को चाहिए कि वह घर में सफेद कपड़े न रखे।  
2. दुकान या घर ले रहे हो या किराए पर ले रहे हैं तो उत्तरमुखी घर अत्यधिक फायदे पहुंचाने वाला हो सकता है।  
3. हमेशा किसी भी नए काम को शुरू करने से पहले मीठा खाकर पानी पीना फायदेमंद होगा।

वृश्चिक : 

सूर्य इस दौरान आपकी राशि से सातवें भाव में होगा जो आपमें हावी होने की प्रवृत्ति को बढ़ावा देगा। कार्यक्षेत्र में सम्मान बढ़ेगा, प्रमोशन हो सकता है।

सावधानी : 

जीवनासाथी से मनमुटाव हो सकता है लेकिन किसी भी विवाद की स्थिति में अपमान करने से बचें वरना भविष्य में गंभीर परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।

उपाय : 

1. ऐसे जातक कभी भी काले और नीले कपड़े न पहनें। 
2. किसी नदी, तालाब या नहर में लगातार 15 दिनों तक एक सिक्का डालना अत्यंत शुभ फल देगा।  
3. जातक का मांस-मदिरा के सेवन से बचे रहना फायदेमंद होगा।

धनु : 

यह गोचर आपके लिए मिलाजुला फल देने वाला रहेगा। इस समय सूर्य आपकी राशि से छठे भाव में होने के कारण शत्रु आपसे परास्त होंगे। कोर्ट-कचहरी के मामलों में फैसला आपके पक्ष में रहेगा। आर्थिक लाभ होंगे, किन्तु खर्च में अधिकता भी रहेगी। पत्नी या माता का स्वास्थ्य खराब हो सकता है।

सावधानी : 

बातचीत से समस्या हल करने की कोशिश करें। कोई शुभ समाचार रिश्तों में खुशियां लाएगा।

उपाय : 

1. जातक को चाहिए कि वह मांसाहार और शराब के सेवन से बचे।  
2. जातक को रात में सोते समय बिस्तर के सिरहाने बादाम या मूली रखकर सोना चाहिए।  
3. दूसरे दिन उस बादाम या मूली को मंदिर में दान करने से धन और पारिवारिक से सम्बंधित सुख मिलता है। 

मकर : 

यह समय आपके लिए बहुत अनुकूल नहीं होगा। आपकी राशि के स्वामी ग्रह शनि हैं और सूर्य इस समयावधि में आपकी राशि से पंचम भाव में होंगे, यह आपके जीवन में अनेक प्रकार से विवादों को बढ़ावा देगा। जीवनसाथी के साथ रिश्तों में मनमुटाव आएगा, प्रेम-प्रसंगों में दरार आ सकता है। हालांकि आध्यात्मिक लोगों को इस समय सुकून का अनुभव होगा, जिस चीज की खोज में होंगे संभव है आपको उसकी प्राप्ति होने का अनुभव होगा।

सावधानी : 

विवाद से बचें शांति से बात करें देर रात तक बाहर ना रहें अन्यथा किसी से अचानक विवाद हो सकता है।

उपाय : 

1. जातक को चाहिए कि वह हमेशा धार्मिक और सच्चा बने।  
2. जातक अपने घर में संभव हो तो एक चक्की रखे।  
3. अपने दुश्मनों को क्षमा करें।

कुंभ : 

सूर्य का यह गोचर आपकी राशि से चतुर्थ भाव में हो रहा है जो पारिवारिक जीवन में उथल-पुथल लाएगा। माता के स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं आ सकती हैं। लेकिन कार्यक्षेत्र में यह समय आपके लिए अच्छा रहने वाला है। आपका सम्मान बढ़ेगा, आप एक बुद्धिमान तथा सुलझे हुए कर्मचारी के रूप में अपनी पहचान बनाएंगे।

सावधानी : 

अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें अन्यथा कुछ समय अस्पताल में बिताना पड़ सकता है।

उपाय : 

1. दिन के समय संबंध न बनाएं, इससे पत्नी बीमार हो सकती है।  
2. अपने घर के अंत में बाईं ओर एक कमरे में अंधेरा रखें। 
3. पति या पत्नी दोनों में से कोई भी एक गुड़, या मीठा खाने का परहेज करें।

मीन : 

इस गोचर के समय सूर्य आपकी राशि से तृतीय भाव में होंगे, यह आपको कर्मवान बनाएगा। आपके स्वभाव तथा कार्यों में धार्मिक रुझान दिखेगा और आप एक धैर्यवान व्यक्ति की पहचान बनाएंगे। पारिवारिक जीवन में यह समय आपके लिए सुखमय रहेगा, सोचे हुए काम पूरे होंगे।

सावधानी : 

शब्दों पर ध्यान दें अपने से छोटे कर्मचारी या घर में छोटे सदस्यों से प्रेम से रहें अन्यथा समस्या हो सकती है।

उपाय : 

1. मां को खुश रखते हुए उनका आशीर्वाद लें।  
2. दूसरों को चावल या दूध परोसें एवं गरीबों को दान दें।  
3. सदाचारी रहें और बुरे कामों से बचने का प्रयास करें।  

Created On :   18 May 2018 3:07 PM IST

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