कहीं आपके घर में तो नहीं है वास्तुदोष ? ये सरल उपाय दिलाएंगे वास्तुदोष से मुक्ति

डिजिटल डेस्क, भोपाल। घर में हमेशा अशांति बनी रहती है, बरकत नहीं होती है, तो इसका कारण वास्तुदोष हो सकता है। हम जिस जगह या घर में रहते हैं उसे वास्तु कहते हैं। उस जगह पर रहने के दौरान हमारे दुख तकलीफ की वजह उस जगह का दोष ही होता है। वास्तुदोष का कारण कुछ भी हो सकता है नकारात्मक ऊर्जा भी वास्तुदोष का कारण हो सकती है। जिससे निजात पाने के लिए कुछ उपाय किए जाते हैं जिससे वास्तुदोष से मुक्ति मिल जाती है। आज हम आपको ऐसे ही कुछ उपाय बता रहे हैं जिन्हें आप घर में आसानी से कर सकते हैं और वास्तुदोष से छुटकारा पा सकते हैं।
वास्तुदोष निवारण के उपाय
घर में अखंड रूप से 9 बार श्री रामचरितमानस का पाठ करने से वास्तुदोष का निवारण होता है।
घर के मुख्य द्वार के ऊपर सिंदूर से स्वास्तिक का चिन्ह बनाएं और साथ ही घर के जिस भी हिस्से में वास्त दोष है, वहां इस चिन्ह का निर्माण करें।
रसोई घर गलत स्थान पर हो तो अग्निकोण में एक बल्ब लगा दें और सुबह-शाम उसे जलाएं।
अपने घर के उत्तर कोण में तुलसी का पौधा लगाएं, घर में सुख-शांति बनी रहेगी।
अपने घर के मन्दिर में घी का एक दीपक नियमित रूप से जलाएं और घर में तीन बार शंख बजाएं ऐसा करने से नकारात्मक ऊर्जा घर से बहार निकलेगी।
घर के सभी प्रकार के वास्तु दोष दूर करने के लिए मुख्य द्वार पर एक ओर केले का वृक्ष और दूसरी ओर तुलसी का पौधा लगाएं।
द्वार दोष दूर करने के लिए शंख, सीप, समुद्र झाग, कौड़ी को लाल कपड़े में या मौली में बांधकर दरवाजे पर लटकाएं।
घर के दरवाजे पर लोहे की घोड़े की नाल लगाएं इससे वास्तुदोष से मुक्ति मिलेगी।
दुकान की शुभता बढ़ाने के लिए प्रवेश द्वार के दोनों ओर गणपति की मूर्ति या स्टीकर लगाएं। एक गणपति की दृष्टि दुकान पर पड़नी चाहिए और दूसरे गणपति की दृष्टि बाहर की ओर पड़नी चाहिए।
यदि प्लॉट खरीदे हुए बहुत समय हो गया हो और मकान बनने का योग ना आ रहा हो तो उस प्लॉट में अनार का पौधा पुष्य नक्षत्र में लगाएं मकान जल्द ही बन जाएगा।
फैक्ट्री या कारखाने के उद्घाटन के समय चांदी का सर्प पूर्व दिशा में जमीन में स्थापित करें इससे वहां वास्तुदोष का निवारण होगा।
हल्दी को जल में घोलकर एक पान के पत्ते की सहायता से अपने सम्पूर्ण घर में छिड़काव करें। इससे घर में लक्ष्मी का वास और शांति बनी रहेगी।
घर में सफाई के लिए रखी झाड़ू को रास्ते के पास न रखें, यदि झाडू बार-बार पैर पर स्पर्श होती है, तो यह धन-नाश का कारण होता है।
अपने घर में दीवारों पर सुन्दर, हरियाली से युक्त और मन को प्रसन्न करने वाले चित्र लगाएं, इससे घर के मुखिया को होने वाली मानसिक परेशानियों से मुक्ति मिलती है।
वास्तुदोष के कारण यदि घर के किसी सदस्य को रात में नींद नहीं आती या स्वभाव में चिड़चिड़ापन रहता हो, तो उसे दक्षिण दिशा की तरफ सिर करके सुलाएं। इससे उसके स्वभाव में बदलाव होगा और अनिद्रा की स्थिति में भी सुधार होगा।
अपने घर के ईशान कोण को साफ-सुथरा और खुला रखें, इससे घर में शुभ संदेश आएंगे।
अपने घर के मन्दिर में देवी-देवताओं पर चढ़ाए गए पुष्प-हार दूसरे दिन हटा दें और भगवान को नए पुष्प-हार अर्पित करें।
घर के उत्तर-पूर्व में कभी भी कचरा इकट्ठा न होने दें और न ही इस जगह कोई भारी मशीनरी रखें।
अपने वंश की उन्नति के लिए घर के मुख्य द्वार पर दोनों तरफ अशोक के वृक्ष लगाएं।
यदि आपके मकान में उत्तर दिशा में स्टोररूम है, तो उसे वहां से हटा दें, इस स्टोररूम को अपने घर के पश्चिम भाग या नैऋत्य कोण में स्थापित करें।
घर में उत्पन्न वास्तुदोष घर के मुखिया के लिए कष्टदायक होते हैं, इसके निवारण के लिए घर के मुखिया को सातमुखी रूद्राक्ष धारण करना चाहिए।
Created On :   8 April 2018 12:23 PM IST