इस चैत्र नवरात्र में खरीदें नई संपत्ति, सभी राशियों को मिलेगा फायदा

This Navratri is best for purchasing asserts like plots and Home
इस चैत्र नवरात्र में खरीदें नई संपत्ति, सभी राशियों को मिलेगा फायदा
इस चैत्र नवरात्र में खरीदें नई संपत्ति, सभी राशियों को मिलेगा फायदा

डिजिटल डेस्क, नागपुर। इस बार नवरात्र में 30 साल बाद ऐसा योग बना है, जिसमें मंगल एवं शनि धनु राशि में हंै। मंगल एवं शनि, धनु राशि के स्वामी गुरु के मित्र हंै। मंगल भूमि का कारक ग्रह है, एवं शनि किसी भी संपत्ति को स्थायी रखकर लाभ प्रदान करने वाला होता है। इसलिए इस चैत्र नवरात्र में घर और संपत्ति खरीदना फायदेमंद रहेगा। ज्योतिषाचार्य पं. गिरधारीलाल पालीवाल के अनुसार इन दोनों ग्रहों के गुरु के स्वामित्व में होने से यह अपनी परस्पर शत्रुता को भी नजरअंदाज करते हैं। इससे खरीदी गई संपत्ति में वृद्धि होती है। यह योग सभी राशियों के लिए फायदा देने वाला है। नवरात्र में कोई भी वस्तु, मकान, दुकान, प्लाट और फ्लैट की खरीदारी सुख देने वाली होती है। इस पर्व के तो सभी दिन शुभ हैं, पर 18, 20 और 21 मार्च को सर्वार्थ सिद्धि योग भी है। 20 मार्च को अमृत सिद्धि योग भी है। इसके अलावा दिन भी मंगलवार है। मंगल भूमि का कारक ग्रह होने से यह दिन सर्वथा अनुकूल है। नवरात्र की प्रतिपदा को ब्रह्मा ने सृष्टि की रचना की शुरुआत की थी। अबूझ मुहूर्त होेने से पर्व के सभी दिन कोई शुभ कार्य (विवाह को छोड़कर) कर सकते हैं। 

नवरात्र में भगवान विष्णु के मत्स्यावतार का जन्म 
इसी  नवरात्र में भगवान विष्णु के मत्स्यावतार एवं श्रीराम का जन्म हुआ था। इसलिए भी इसमें ली गई संपत्ति शुभ फल देने वाली होती है। इस बार नवरात्र की शुरुआत मीन लग्न से होगी। नक्षत्र उत्तरभाद्रपद होगा, जिसके स्वामी शनि एवं लग्न का स्वामी गुरु होगा। पर्व का समापन भी मीन लग्न से ही होगा। नक्षत्र रेवती रहेगा, जिसके स्वामी होंगे बुध एवं राशि स्वामी पुन: गुरु होंगे। इसलिए इस दौरान की गई खरीदी स्थायित्व एवं पूर्णकालिक लाभ प्रदान करने वाला होगी। वृषभ, सिंह, वृश्चिक, कुंभ स्थिर लग्न होते हैं। इनमें खरीदा गया समान स्थिर रहता है। नवरात्र में यह समय हर दिन सुबह 9 से 11, वृषभ स्थिर लग्न एवं दोपहर 3.30 से शाम 5.15 तक रहेंगे। इस समय को ध्यान में रखकर खरीद-फरोख्त की जा सकती है। 

फायदेमंद होती है नवरात्र में भूमि-भवन की खरीदारी 
नवरात्र में भूमि-भवन और संपत्ति खरीदने के पीछे एक बहुत अच्छी वजह है। दरअसल ये सृष्टि पंचतत्वों से बनी है। अग्नि, वायु, जल, आकाश और भूमि। सनातन परंपरा में पंचदेव पूजन किया जाता है। ये पंचदेव हैं सूर्य, शिव, गणेश, विष्णु और दुर्गा। ये पांच देव ही इन पांच तत्वों के स्वामी हैं। सूर्य अग्नि, शिव वायु, गणेश जल, विष्णु आकाश और देवी दुर्गा भूमि की देवी हैं। नवरात्र में देवी की आराधना ही होती है। अगर नवरात्र में देवी के आधिपत्य वाले तत्व यानी भूमि में निवेश करेंगे तो ये निश्चित ही लाभकारी होगा। पूरे मन से देवी की आराधना करने, भूमि का पूजन करने से काफी लाभ हो सकता है। देवी की आराधना करके ली गई स्थायी संपत्ति दीर्घकालीन लाभ देने वाली होती है।

 

Created On :   18 March 2018 3:23 PM IST

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story