गुरुवार विशेष : गुरुवार के दिन करें ये उपाय, निश्चित मिलेगा फल

गुरुवार विशेष : गुरुवार के दिन करें ये उपाय, निश्चित मिलेगा फल

डिजिटल डेस्क, भोपाल। रावण संहिता के अनुसार गुरुवार का दिन श्री हरि भगवान विष्णु जी का दिन है। इस दिन भगवान विष्णु को प्रसन्न करने के लिए लोग उनकी पूजा-अर्चना करते हैं। भगवान बृहस्पति सभी देवताओं के गुरु हैं, कैसी भी समस्‍या हो ये सभी का समाधान करते हैं। आपकी कुंडली में यदि गुरु ग्रह का दोष है जिसके कारण शादी और भाग्य जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। अगर आपके अनुकूल स्थितियां होते हुए भी विवाह में समस्या उत्पन्न हो रही है तो गुरुवार का दिन आपके लिए शुभ हो सकता है। गुरु दोष की शान्ति के लिए गुरुवार को कुछ उपाय करें जिससे काम में सफलता जरूर मिलेगी। गुरु आपके वैवाहिक और भाग्य का कारक ग्रह है। जानिए ऐसे उपाय के बारें में जिसे गुरुवार के दिन करने से गुरु ग्रह के दोष दूर हो जाएंगे साथ ही धन-धान्य की प्राप्ति होगी।

 


गुरुवार को करें ये उपाय हर तरह की परेशानी से मिलेगी निजात

इस दिन शाम के समय एक बड़ का पत्ता लेकर उस पर देसी घी और हल्दी के घोल से "श्री विष्णवे नम:" लिखें और इस पत्ते को श्री हरी के चरणों में अर्पित कर दें। इसके बाद एक देसी घी का दीपक जलाएं और रुई की बाती बनाकर उसमें हल्दी और केसर का मिश्रण लगाएं। यह उपाय करने से भगवान श्री विष्णुलक्ष्मी की कृपा प्राप्त होगी और साथ ही गुरु ग्रह की अनुकूलता भी प्राप्त हो जाएगी, जिससे धन और व्यापार दोनों में वृद्धि होगी।

यदि किसी का गुरू कमजोर है तो शुक्ल पक्ष के गुरुवार को केले के पेड़ के नीचे दीपक जलाएं। पीली मिठाई या गुड़ का भोग लगाएं, गाय गुरु मंदिर की सेवा करें। केसर का तिलक लगायें।

यदि ज्यादा कष्ट हैं तो इस मंत्र का पाठ करें - 

"ॐ नमो भगवतये वासुदेवाय नमः"

जिन जातकों के विवाह में बाधाएं उत्पन्न हो रही हों उन्हें गुरूवार का व्रत करना चाहिए। इस दिन बृहस्पतेश्वर महादेव जी की पूजा होती है। व्रत रखने वाले लोगों को इस दिन एक समय ही भोजन करना चाहिए। पीले वस्त्र धारण करना चाहिए, पीले पुष्प धारण करना चाहिए। भोजन में चने की दाल का होना आवश्यक माना गया है। व्रत के दौरान नमक नहीं खाना चाहिए। पीले रंग के फूल, चने की दाल, पीले कपड़े और पीले चन्दन से भगवान विष्णु की पूजा करना चाहिए। पूजन के बाद कथा सुननी चाहिए। इस व्रत से बृहस्पति जी खुश होकर धन और विद्या का लाभ देते हैं। कहा जाता है कि इस व्रत को महिलाओं को आवश्यरूप से करना चाहिए।

 


ऐसे होंगे गुरु प्रसन्न

 

  • ब्राह्मणों का सम्मान कर उनका आशीर्वाद प्राप्त करें।
     
  • चने की दाल तथा केसर मंदिर में दान करें, केसर का तिलक मस्तक पर लगाएं।
     
  • ज्ञानवर्द्धक पुस्तकों का योग्य व्यक्तियों को दान करें।
     
  • भगवान बह्मा का केले से पूजन करें।
     
  • कुल पुरोहित का सम्मान करके आशीर्वाद प्राप्त करें एवं यथा शक्ति स्वर्ण का दान करें।

Created On :   11 April 2018 1:45 PM IST

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