शीतला अष्टमी आज: इस दिन माता को लगाया जाता है बासी भोजन का भोग, जानें कारण और व्रत का महत्व

डिजिटल डेस्क, भोपाल। प्रत्येक माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी को श्री शीतलाष्टमी का व्रत किया जाता है। इस बार शीतलाष्टमी व्रत आज यानी 12 मई को पड़ रही है। इस दिन देवी के भक्त पूरे विधि विधान से माता की पूजा करते हैं। माना जाता है कि इस दिन शीतला मां की विशेष पूजा करने से रोगों से मुक्ति मिलने के साथ और उत्तम स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है। साथ ही शीतला अष्टमी व्रत से घर में सुख, शांति बनी रहती है।
खास बात यह कि, इस दिन देवी मां को भी बांसी भोजन का भोग लगाने की परंपरा है। ऐसे में व्रती मां शीतला को बासी भोजन का भोग लगाते हैं। इसके लिए सप्तमी के दिन माता शीतला के लिए मीठे चावल और बासी रोटी का भोग तैयार किया जाता है और सुबह अष्टमी को यह भोग माता को अर्पित किया जाता है। आइए जानते हैं शीतलाष्टमी व्रत की पूजा- विधि, शुभ मुहूर्त और महत्व के बारे में...
शीतला अष्टमी शुभ मुहूर्त
तिथि आरंभ: 12 मई 2023, शुक्रवार दोपहर 02 बजकर 04 मिनट से
तिथि समापन: 13 मई 2023, शनिवार दोपहर 02 बजकर 15 मिनट पर
पूजा विधि
- सबसे पहले सुबह जल्दी उठकर नित्यक्रिया आदि से निवृत्त होकर स्नान करें और स्वच्छ कपड़े धारण करें।
- इसके बाद पूजा की थाली में दही, रोटी, बाजरा, सप्त्मी को बने मीठे चावल, नमक पार और मठरी रखें।
- इसके अलावा दूसरी थाली में आटे से बना दीपक, रोली, वस्त्र, अक्षत, हल्दी, मोली, सिक्के और मेहंदी रखें। साथ ही लोटे में ठंडा पानी रखें।
- शीतला माता की पूजा करें और दीपक को बिना जलाए ही मंदिर में रखें।
- पूजा के दौरान मेहंदी और कलावा सहित सभी सामग्री माता को अर्पित करें।
- अंत में जल चढ़ाएं और थोड़ा जल बचाएं। इसे घर के सभी सदय आंखों पर लगाएं और थोड़ा जल घर के हर हिस्से में छिड़कें।
- अगर पूजन सामग्री बच जाए तो ब्राम्हण को दान करें।
डिसक्लेमरः इस आलेख में दी गई जानकारी अलग अलग किताब और अध्ययन के आधार पर दी गई है। bhaskarhindi.com यह दावा नहीं करता कि ये जानकारी पूरी तरह सही है। पूरी और सही जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ (ज्योतिष/वास्तुशास्त्री/ अन्य एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें।
Created On :   12 May 2023 10:45 AM IST