Varaha Jayanti 2025: कब है वराह जयंती? जानिए सही तिथि और शुभ मुहूर्त

- भगवान विष्णु ने वराह अवतार लिया था
- भगवान विष्णु का यह तीसरा अवतार है
- इस वर्ष वराह जयंती 26 अगस्त को है
डिजिटल डेस्क, भोपाल। हिन्दू पंचांग के अनुसार, भाद्रपद महीने के शुक्लपक्ष की तृतीया तिथि को वराह जयंती मनाई जाती है। पुराणों के अनुसार, हिरण्याक्ष नाम के दैत्य को मारने इसी तिथि को भगवान विष्णु ने वराह अवतार लिया था। मत्स्य और कश्यप के बाद भगवान विष्णु का यह तीसरा अवतार है। इस वर्ष वराह जयंती 26 अगस्त 2025, मंगलवार को मनाई जाएगी। इस दिन भगवान विष्ण के वराह स्वरूप की पूजा की जाती है और उनसे सुख एवं समृद्धि की कामना करते हैं।
ऐसा माना जाता है कि भगवान वराह की पूजा करने से भक्त को स्वास्थ्य और धन सहित सभी प्रकार के सुख प्राप्त होते हैं। इस दिन सुख-समृद्धि की कामना से भगवान विष्णु की विशेष पूजा के साथ व्रत और उपवास किए जाते हैं। साथ ही विष्णु मंदिरों में भजन-कीर्तन भी किए जाते हैं। आइए जानते हैं इस पूजा की विधि और मुहूर्त के बारे में...
तिथि और शुभ मुहूर्त
तिथि समाप्त: 26 अगस्त 2025, मंगलवार की दोपहर 1 बजकर 54 मिनट तक
तिथि समापन: दोपहर 01 बजकर 39 मिनट से 04 बजकर 07 मिनट तक
पूजा शुभ मुहूर्त: दोपहर के 1.40 बजे से लेकर शाम के 4.15 बजे तक
पूजा विधि
इस दिन सूर्योदय से पूर्व उठकर स्नानादि से निवृत्त हों।
इसके बाद सूर्य को जल चढ़ाएं और व्रत का संकल्प लें।
अब घर के मंदिर का साफ करें और गंगा जल का छिड़काव करेंं।
वराह भगवान की मूर्ति या प्रतिमा का गंगाजल से स्नान कराएं।
पीले चन्दन से तिलक करके अक्षत, पुष्प, फल, मिठाई आदि अर्पित करें।
भगवान को भोग लगाएं और उनकी आरती करें।
पूजा करने के बाद उनके अवतार की कथा पढ़ें।
पूजा में इस मंत्र का जाप करें
नमो भगवते वाराहरूपाय भूभुर्व: स्व: स्यात्पते भूपतित्वं देह्येतद्दापय स्वाहा
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Created On :   23 Aug 2025 6:22 PM IST